देश की राजधानी दिल्ली में रात में महिलाएं कितनी असुरक्षित हैं इसकी एक बार फिर बानगी देखने को मिली. 9 जनवरी की देर रात एक ऑनलाइन टैक्सी सर्विस कंपनी UBER की महिला कैब ड्राइवर पर कुछ बदमाशों ने हमला कर दिया और जब उसे लूटने में कामयाब नहीं हो सके तो बुरी तरह घायल कर फरार हो गए. अब उसी महिला कैब चालक ने उस रात की पूरी कहानी आज तक से साझा की है.
उबर की महिला कैब चालक प्रियंका ने बताया कि 9 जनवरी को कश्मीरी गेट ISBT के पास एक कस्टमर की कॉल पर जा रहीं थीं और कोहरा भी काफी ज्यादा था इसलिए वो गाड़ी धीरे चला रहीं थीं.
उन्होंने कहा कि वो कस्टमर के दिए पते से तकरीबन 100 मीटर की दूरी पर थीं तभी उनकी कार के पास 2 लोग आए और पत्थर से कार का शीशा तोड़ दिया. प्रियंका ने कहा कि कांच टूटने के बाद पत्थर मेरे सिर पर लगा और कांच के टुकड़े मेरे शरीर में लगे.
कैब ड्राइवर प्रियंका ने बताया कि पत्थर फेंके जाने के बाद वो ये देखने गाड़ी से बाहर निकली की आखिर हुआ क्या है? उन्होंने कहा, 'जैसे ही मैंने गाड़ी रोकी दो लोग मेरे पास आ गए और मेरे साथ छीना झपटी करने लगे, दोनों ने मेरे पैसे छीन लिए, एक ने मेरा हाथ पकड़ा, दूसरे ने मेरे हाथ से मोबाइल छीन लिया, मैंने हिम्मत दिखाई और अपना मोबाइल उनसे वापस छीन लिया.'
मुझे 10 टांके लगे: प्रियंका
पीड़ित महिला ने कहा, 'जब वो मेरी गाड़ी छीनने लगे तो मैंने कहा की गाड़ी मेरी नहीं है और जोर-जोर से चिल्लाने लगी, जैसे ही मैं चिल्लाने लगी एक आदमी ने मेरे गर्दन पर कांच की बोतल मार दी, मेरे गर्दन और सीने पर गंभीर चोट आई है और 10 टांके लगे हैं.'
महिला ने बताया कि लूटपाट के इरादे से मुझ पर किए गए हमले के बाद मैंने बहुत देर तक उबर में इमरजेंसी कॉल सेंटर पर फोन किया लेकिन कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला, पैनिक बटन भी दबाया लेकिन उस पर भी किसी ने रिस्पॉन्स नहीं दिया.
आंधे घंटे बाद आई पुलिस: पीड़ित
पीड़ित कैब चालक प्रियंका ने कहा कि इसके बाद उन्होंने पुलिस को कॉल किया तो वो भी आधे घंटे बाद आए, इस दौरान मैंने सड़क पर कई बाइक और कार वालों को रोका लेकिन किसी ने मेरी मदद नहीं की.
उबर चालक प्रियंका ने आगे बताया, 'मैंने अपना गला कपड़े से दबा रखा था ताकि खून ज्यादा न बह जाए, उसके बाद पुलिस वाले आए और मुझे अपनी PCR वैन में बैठाकर ले गए, मुझे नहीं पता वो किस अस्पताल में लेकर गए थे, मुझे मेडिकल की कोई स्लिप नहीं दी गई.'
प्रियंका ने कहा कि इसके बाद मुझे घर वाले घर लेकर आ गए, मैं उस वक्त होश में नहीं थी. हालांकि प्रियंका या उसके परिवार की तरफ से इस मामले में थाने में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है लेकिन कश्मीरी गेट थाने ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए केस दर्ज किया है.
पुलिस ने दर्ज किया केस
घटना को लेकर एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 9 जनवरी की रात करीब 2 बजे कार का शीशा तोड़कर लूटपाट की कोशिश की कॉल आई थी,
पुलिस कर्मचारी मौके पर पहुंचे और पाया कि प्रियंका नाम की महिला कैब चालक की कैब का शीशा टूट गया था और उसका मोबाइल छीनने का प्रयास किया गया था, उसने अपना मोबाइल बदमाशों से छीन लिया था जिसके बाद बदमाश हमला कर फरार हो गये.
अधिकारी ने कहा कि महिला ने बाद में कोई शिकायत करने से मना कर दिया लेकिन कश्मीरी गेट थाने ने स्वत: संज्ञान लेते हुए आईपीसी की धारा 393 के तहत केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है.