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लाखों की ठगी: फ्लिपकार्ट का ऑर्डर डिलीवर करने के बजाए नकली सामान करते थे रिटर्न

ये मामला पुष्कर रोड का है, जहां कंपनी की कोरिअर सर्विस में शैतान सिंह डिलीवरी ब्वॉय का काम करता है. कंपनी में फ्लिपकार्ट कंपनी से विभिन्न महंगे उत्पाद जैसे एप्पल स्मार्टफोन, घड़ियां, ईयर फोन और अन्य वस्तुएं गिरोह के लोग अपने नाम से मंगवाते और फिर उनके पैकेट खोल कर उसमें हूबहू वैसे ही प्रोडक्ट डालकर वापस कंपनी को भेज देते थे.

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फ्लिपकार्ट का ऑर्डर डिलीवर करने के बजाए नकली सामान रखकर करते थे वापस.
फ्लिपकार्ट का ऑर्डर डिलीवर करने के बजाए नकली सामान रखकर करते थे वापस.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • असली उत्पादों को नकली से बदलकर लाखों की ठगी
  • गिरोह के 5 सदस्य को पुलिस ने किया गिरफ्तार
  • उपभोक्ता को डिलीवर करने के बजाय नकली सामान करते थे रिटर्न

राजस्थान में अजमेर की गंज थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिनकी ठगी का अंदाज देखकर सभी के होश उड़ गए. यह गिरोह कोरियर कंपनी के माध्यम से विभिन्न बड़ी कंपनियों के महंगे उत्पाद उपभोक्ताओं को डिलीवर करने के बजाय असली उत्पाद निकाल कर उसकी जगह पर नकली उत्पाद पैकेट में वापस रखकर वापस कर देते थे. इस तरह से यह गिरोह कंपनी को लंबे अरसे से लाखों रुपये का चूना लगा रहा था. 

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दरअसल, ये मामला पुष्कर रोड का है, जहां स्थित एक ई- कार्ड सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के टीम लीडर संदीप जायसवाल ने गंज थाने में इस मामले की शिकायत दर्ज करवाई थी. पुलिस ने जांच करते हुए 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. 

अजमेर दरगाह के सीओ रघुवीर प्रसाद शर्मा के कहा कि ठगी की रिपोर्ट मिलते ही पुलिस तुरंत हरकत में आई और सबसे पहले डिलीवरी बॉय शैतान सिंह को दबोचा गया और उससे पूछताछ के बाद बाकी आरोपियों को भी दबोच लिया गया. उनके कब्जे से कई असली और नकली उत्पाद भी बरामद किए गए हैं. साथ ही आरोपियों से पूछताछ जारी है.

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पुलिस को शक है कि गिरोह सिर्फ फ्लिपकार्ट कंपनी में ही इस तरह की ठगी नहीं कर रहा होगा बल्कि अन्य कंपनियों में भी गिरोह ने इस तरह की ठगी की वारदातों को अंजाम दिया होगा.

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दरगाह सीईओ रघुवीर शर्मा ने बताया कि कंपनी की कोरिअर सर्विस में शैतान सिंह डिलीवरी ब्वॉय का काम करता है. कंपनी में फ्लिपकार्ट कंपनी से विभिन्न महंगे उत्पाद जैसे एप्पल स्मार्टफोन, घड़ियां, ईयर फोन और अन्य वस्तुएं गिरोह के लोग अपने नाम से मंगवाते और फिर उनके पैकेट खोल कर उसमें हूबहू वैसे ही प्रोडक्ट डालकर वापस कंपनी को भेज देते थे.

रघुवीर शर्मा का कहना है कि पकड़े गए आरोपियों में से कुछ छात्र हैं जो कि विभिन्न कोर्स कर रहे हैं. ठगों ने अपने जेब खर्च को चलाने के लिए ये तरीका अपनाया. हालांकि, पुलिस गहराई से प्रकरण की जांच कर रही है.

(इनपुट-चन्द्र शेखर शर्मा)

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