पंजाब के देवेंद्र बंबीहा गैंग के दो सक्रिय सदस्य गगनदीप सिंह और बलजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया है. दोनों के पास से 04 जिंदा कारतूस के साथ .32 कैलिबर की 5 सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल भी पुलिस ने बरामद की हैं. बरामद पिस्टल पंजाब में देवेंद्र बंबीहा गिरोह के सदस्यों को सप्लाई करने के लिए लाई गईं थीं.
गगनदीप सिंह ने मध्य प्रदेश में खरगोन के एक बंदूक निर्माता-सह-आपूर्तिकर्ता से खरीदीं. इसके लिए कनाडा और संयुक्त अरब अमीरात के बंबीहा गिरोह के संचालकों ने उसे निर्देश दिए थे. देवेंद्र बंबीहा गिरोह की लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ के गिरोह के साथ वर्चस्व की जंग चल रही है. इसकी वजह से पंजाब और अन्य राज्यों में गैंगवार में उनके कई सहयोगी मारे गए हैं.
स्पेशल सेल ने किया है गिरफ्तार
एसीपी अत्तर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर शिव कुमार और इंस्पेक्टर पवन कुमार के नेतृत्व में स्पेशल सेल/एसआर की टीम ने सिंडिकेट के दो प्रमुख सदस्यों को गिरफ्तार कर एक अंतर्राज्यीय अवैध हथियार सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है. गिरफ्तार दोनों आरोपियों की पहचान 25 साल के गगनदीप सिंह निवासी तहसील रायकोट जिला लुधियाना और 22 साल के बलजीत सिंह निवासी नवाशहर, पंजाब के रूप में हुई है.
कनाडा से मिले थे हथियार खरीदने के निर्देश
गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी पंजाब के लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ गिरोह के प्रतिद्वंद्वी कुख्यात देवेंद्र बंबीहा गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं. गिरफ्तार व्यक्तियों के पास से .32 बोर के 05 सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल के साथ 04 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. गगनदीप सिंह ने संयुक्त अरब अमीरात और कनाडा स्थित देवेंद्र बंबीहा और कनाडा स्थित गैंगस्टर से आतंकवादी बने अर्शदीप उर्फ दल्ला के निर्देशों पर ये पिस्तौलें मध्य प्रदेश के खरगोन के हथियार निर्माता और आपूर्तिकर्ता से खरीदी थीं.
पुलिस ने सूचना मिलने पर बिछाया जाल
स्पेशल सेल के एसीपी अत्तर सिंह ने बताया, "स्पेशल सेल एसआर को सूचना मिली थी कि पंजाब के गैंगस्टर एमपी के हथियार आपूर्तिकर्ताओं से अत्याधुनिक हथियार खरीद रहे हैं. इस जानकारी के आधार पर हथियारों में लिप्त व्यक्तियों की पहचान करने की कोशिश की गई."
इन गिरोहों के सदस्यों पर मैनुअल और तकनीकी निगरानी रखी गई थी. तीन महीने से अधिक के प्रयासों के बाद एक अंतरराज्यीय अवैध हथियार सिंडिकेट के सदस्यों को की पहचान की गई.
गुरदीप को 30 जनवरी को किया गया गिरफ्तार
30 जनवरी 2023 को विशेष सूचना मिली थी कि बम्बीहा गिरोह के सदस्य गगनदीप सिंह ने पिस्तौल की खेप खरगोन, मप्र से खरीदी थी. वह दिल्ली के रास्ते पंजाब जा रहा था, जहां वह सुबह 10.30 बजे से 11.30 बजे के बीच द्वारका-पालम रोड पर बस स्टैंड, पालम के पास अपने एक संपर्क से मिलने वाला था.
इसके बाद, शिव कुमार के नेतृत्व में छापा मारने वाली पार्टी बनाकर बस स्टैंड पालम रोड के पास जाल बिछाया गया. दिनांक 30 जनवरी की सुबह लगभग 11 बजे बैग बैग लिए हुए गगनदीप सिंह को द्वारका-पालम रोड स्थित उक्त बस स्टैंड के पास के गिरफ्तार किया गया. उसके बैग से .32 बोर की 04 सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल बरामद की गईं. इस संबंध में विशेष प्रकोष्ठ में आर्म्स एक्ट की उपयुक्त धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था.
गुरदीप की निशानदेही पर बलजीत हुआ गिरफ्तार
इसके बाद गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए आरोपी गगनदीप सिंह के साथ एक टीम पंजाब भेजी गई थी. उसके सहयोगी बलजीत सिंह को 31 जनवरी 2023 की सुबह गगनदीप सिंह की निशानदेही पर बस स्टैंड फगवाड़ा के पास से गिरफ्तार किया गया. उसके कब्जे से 04 जिंदा कारतूस के साथ .32 कैलिबर की एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल बरामद की गई.
बंबीहा गैंग में शामिल होना चाहता था गगनदीप
गिरफ्तार दोनों लोगों से गहनता से पूछताछ की जा रही है. गगनदीप पेशे से ट्रक ड्राइवर हैं. उसने खुलासा किया है कि वह देवेंद्र बंबीहा गिरोह में शामिल होना चाहता था. इसके लिए उसने गिरोह के सदस्यों को उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फॉलो करना शुरू कर दिया. जल्द ही, उसने बंबीहा गिरोह का एक अन्य सदस्य कनाडा के यादविंदर सिंह के साथ इंस्टाग्राम आईडी और व्हाट्सएप अकाउंट पर चैट करना शुरू कर दिया.
गगनदीप सिंह पर भरोसा होने के बाद यदविंदर ने गगनदीप को दुबई में रहने वाले एक हनी का संपर्क दिया, जो पंजाब के गुरदासपुर का रहने वाला है. हनी कनाडा बेस्ड गैंगस्टर अर्शदीप उर्फ दल्ला से भी जुड़ा हुआ है. हनी ने सांसद खरगोन के हथियार निर्माता-सह-आपूर्तिकर्ता सतनाम सिंह का मोबाइल नंबर गगनदीप को दिया और उसने गगनदीप से 04 पिस्तौल की खेप मप्र में लाने को कहा था.