राजस्थान के भरतपुर में 26 अप्रैल 2020 को जुरहरा थाना इलाके के एक गांव में 15 साल की नाबालिग लड़की को पड़ोस के तीन लड़के देर रात अपहरण कर उठा ले गए थे. तीनों लड़कों ने लड़की को जबरदस्ती शराब पिलाई और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. लेकिन पुलिस दस महीने तक इन लड़कों को गिरफ्तार नहीं कर सकी.
इसके बाद पीड़िता 23 फरवरी को मथुरा में किसान पंचायत में भाग लेने आई कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी से आरोपियों को पड़ने के लिए गुहार लगाया थी. जिसके बाद पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया. पुलिस द्वारा एक नाबालिग को भी चार दिन पहले निरुद्ध किया जा चुका है और तीसरे की तलाश फिलहाल जारी है.
पीड़िता के पिता ने पुलिस महानिरीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा से मुलाकात की और ज्ञापन देते हुए कहा है कि पुलिस ने जिस नाबालिग आरोपी को गिरफ्तार किया है. वह नाबालिग नहीं है और वह जिस सरकारी स्कूल में पढ़ रहा था उसकी उम्र के कागजात भी पीड़ित पक्ष ने पुलिस अधिकारी को सौंपे. अब नाबालिग आरोपी की उम्र की जांच के लिए अधिकारी सरकारी स्कूल गए हैं और वहां से उसके उम्र के कागजात लेकर नए सिरे से कार्रवाई शुरू की.
गैंगरेप में शामिल दो आरोपियों को पुलिस ने किया अरेस्ट
पीड़िता के पिता ने बताया की दस महीने पहले उनकी नाबालिग बेटी के साथ गैंगरेप हुआ था. जिसमें पड़ोस में रहने वाले तीन लड़के उसे रात में घर से उठाकर ले गए. फिर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया और उसे जबरदस्ती शराब भी पिलाई गयी थी. लेकिन पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के दस महीने बाद भी जब पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी तो 23 फरवरी को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी से मिले, जिसके बाद पुलिस हरकत में आयई और अब न्याय मिलने लगा. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिसमें एक नाबालिग बताया जा रहा है जबकि वो बालिग है और उसकी उम्र के कागजात भी स्कूल से लेकर पुलिस को दे दिए हैं.
पीड़ित पक्ष का आरोप गिरफ्तार लड़का भी बालिग
गैंगरेप पीड़िता ने पुलिस को बताया कि 26 अप्रैल 2020 को जब वह अपने घर में सो रही थी तभी पड़ोस के तीन लड़के मुझे उठाकर ले गए थे. वहां शराब पिलाकर मेरे साथ दुष्कर्म किया और भाग गए. आरोपियों के खिलाफ एक्शन की मांग को लेकर हम 17 जनवरी को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मिले थे और विगत दिन मथुरा में प्रियंका गांधी दीदी से मिले थे. जिस पर उन्होंने न्याय दिलाने का भरोसा दिया और उसके बाद अब हलचल शुरू हुई है और हमारे लिए सुरक्षा मुहैया कराई गई है. अब उम्मीद है कि हमें न्याय मिल सकेगा.
इस मामले की जांच कर रहे एएसपी दिनेश कुमार मीणा ने बताया की नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि दूसरे नाबालिग आरोपी को चार दिन पहले ही निरुद्ध किया जा चुका है. आज पीड़ित परिजनों ने कागजात दिए हैं कि आरोपी नाबालिग नहीं है, बल्कि बालिग है. इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है.