दिल्ली के राजौरी गार्डन में स्थित बर्गर किंग रेस्टोरेंट में हुए शूटआउट के बाद सुर्खियों में आए कुख्यात गैंगस्टर हिमांशु भाऊ और नीरज बवाना के बीच अलगाव हो गया है. इस शूटआउट के बाद एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए ये दावा किया गया था कि इसे बवाना और भाऊ गैंग ने मिलकर अंजाम दिया था. लेकिन महज 15 दिन के बाद ही हिमांशु भाऊ ने एक वीडियो के जरिए अलगाव की पुष्टि कर दी है.
सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक पोस्ट के जरिए गैंगस्टर हिमांशु भाऊ की तरफ से दावा किया गया है कि कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवाना से अब उसका कोई लेना-देना नहीं हैं. दोनों गैंग आपस में मिलकर दिल्ली और हरियाणा में ताबड़तोड़ वारदात को अंजाम दे रहे थे. इससे पहले जेल में बैठे नीरज बवाना ने भी कहा था कि भाऊ गैंग यदि किसी वारदात को अंजाम देता है, तो उसमें उसका हाथ नहीं रहेगा.
गैंगस्टर के एक कथित इंस्टाग्राम आईडी से वीडियो शेयर किया गया है. इसमें एक शख्स अपना चेहरा छुपाए हुए है. काला चश्मा लगाए हुए वो शख्स कह रहा है, ''हिमांशु भाऊ और उसके गैंग से हमारा कोई लेना देना नहीं है. हम किसी के दम पर नहीं चलते. हम खुद के दम पर यहां जमे हुए हैं. सबको पता है कि किसमें कितना दम है. मुकदमे का डर है तो खुद को दाऊद न बताया करो. रोहतक का ही बताया करो.''
गैंगस्टर नीरज बवाना ने एक पोस्ट में लिखा है...
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला और करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की खौफनाक हत्या के बाद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम सबसे ज्यादा कुख्यात है. बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान के घर के बाहर गोलीबारी कराने के बाद तो वो हिंदुस्तान का मोस्ट वॉन्टेड क्रिमिनल बन चुका है. लेकिन हिमांशु भाऊ और नीरज बवाना की जोड़ी उसे तगड़ा मुकाबला दे रही थी. दोनों ने लॉरेंस की नाक में दम कर रखा था. अब जब दोनों की जोड़ी टूट गई है, तो निश्चित रूप से इसका फायदा बिश्नोई गैंग को मिलेगा. इस दोस्ती के टूटने की वजह अब तक सामने नहीं आई है.
गैंगस्टर हिमांशु भाऊ की क्राइम कुंडली
22 साल का गैंगस्टर हिमांशु भाऊ हरियाणा के रोहतक जिले के रतौली गांव का रहने वाला है. इसे कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई का जानी दुश्मन माना जाता है. इसके खिलाफ 18 केस दर्ज हैं. वो फर्जी पासपोर्ट के जरिए विदेश पहुंच गया था. उसकी लास्ट लोकेशन पुर्तगाल में मिली थी. साल 2022 में भाऊ ने 24 घंटे के अंदर तीन हत्याओं को अंजाम देकर जरायम की दुनिया में दहशत कायम कर दिया था.
हिमांशु भाऊ अपने गुर्गों के जरिए दिल्ली और हरियाणा में ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम दिलवा रहा है. वो ज्यादातर व्यापारियों, प्रॉपर्टी डीलरों, शराब विक्रेताओं और सट्टेबाजों से पैसे वसूलता है. हरियाणा पुलिस ने उस पर ढाई लाख का इनाम घोषित कर रखा है. दिल्ली पुलिस ने भी उस पर एक लाख का इनाम घोषित किया था. उसके खिलाफ भारतीय जांच एजेंसियों ने इंटरपोल के जरिए रेड कॉर्नर नोटिस कराया था.
गैंगस्टर नीरज बवाना की क्राइम कुंडली
नीरज बवाना का असली नाम नीरज सहरावत है. वो दिल्ली के बवाना गांव का रहने वाला है. वो अपने सरनेम की जगह अपने गांव का नाम लगाता है. जुर्म की दुनिया में इसी नाम से उसे जाना जाता है. करीब दो दशक पहले उसने जरायम की दुनिया में कदम रखा था. इसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा. उसके खिलाफ हत्या, लूट और जान से मारने की धमकी जैसे कई संगीन मामले दर्ज हैं. नीरज बवाना इस वक्त दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है.
नीरज बवाना जेल में रहकर ही अपना गैंग चला रहा है. वहां बैठकर भी वो वारदातों को अंजाम देता है. दिल्ली और आस-पास के इलाकों में नीरज और दूसरे गैंग आमने-सामने आते रहते हैं. उसके गुर्गे बीच सड़क पर खून बहाने से नहीं डरते. दुश्मन गैंग के लोगों को मारने से भी उन्हें कोई गुरेज नहीं है. दिल्ली के बाहरी इलाके में कई छोटे-मोटे गैंग सक्रिय रहे हैं. लेकिन नीरज बवाना का गैंग बिश्नोई गैंग के बाद सबसे बड़ा और कुख्यात माना जाता है.
भाऊ ने लिया था बवाना का बदला
इस वक्त अपनी दोस्ती के टूटने का ऐलान कर चुके हिमांशु भाऊ और नीरज बवाना पिछले महीने तक जिगरी दोस्त थे. 18 जून को दिल्ली के रजौरी गार्डन में जिस गैंगस्टर अमन की दिनदहाड़े गोलियों से भूनकर हत्या की गई थी, वो नीरज बवाना के मौसेरे भाई शक्ति दादा की हत्या में मुखबिर था. साल 2020 में शक्ति दादा की 14 गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसी का बदला लेने के लिए भाऊ गैंग ने उसकी हत्या कराई थी.
पुलिस जांच में सामने आया है कि बवाना और भाऊ गैंग के गुर्गों ने हनी ट्रैप में फंसाकर अमन को बर्गर किंग रेस्टोरेंट में बुलाया था. उस वक्त उसके साथ वही लड़की थी, जो नीरज के लिए काम करती है. तीनों हमलावर 18 जून की रात करीब 9.30 बजे रेस्टोरेंट में घुसे और करीब 38 राउंड फायर करके अमन को मौत की नींद सुला दिया. इसके बाद वो लड़की रहस्यमय तरीके से गायब हो गई. पुलिस को इस केस में अभी तक ठोस सफलता नहीं मिली है.
इस वारदात के बाद गैंगस्टर हिमांशु भाऊ ने एक कथित पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर किया था. इसमें उसने इस शूटआउट की जिम्मेदारी ली थी. उसने लिखा था, ''आज राजौरी गार्डन दिल्ली में जो हत्या हुई है, उसकी जिम्मेदारी मैं हिमांशु भाऊ और मेरा भाई नवीन बाली लेते हैं. हमारे भाई शक्ति दादा के मर्डर में इसका हाथ था और उसी का बदला आज हुआ है. जो भी बाकी है, सब का नंबर आने वाला है. 14 के बदले 40 घाल दी है गिनती कर लियो.''