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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एथिक्स एक्सपर्ट, डेटा साइंटिस्ट और स्टार्टअप कंपनी माइंडफुल एआई लैब की फाउंडर और सीईओ 39 साल की सूचना सेठ (Suchana Seth) को लेकर लगातार कई खुलासे हो रहे हैं. बता दें, सूचना ने गोवा के एक होटल में अपने चार साल के बेटे की हत्या (Son's Murder) कर दी थी. फिलहाल वो 6 दिन के पुलिस रिमांड पर है. पता चला है कि बेटे की हत्या वाले दिन सूचना के पति ने उन्हें वीडियो कॉल किया था.
सूचना के पति वेंकटरमन मूल रूप से केरल के रहने वाले हैं. सूचना के साथ उन्होंने 2010 में लव मैरिज की थी. 2019 में उन्हें एक बेटा हुआ. लेकिन कोरोना काल से पति-पत्नी में मनमुटाव रहने लगा. दोनों ने कोर्ट में तलाक की अर्जी डाली है. फिलहाल तलाक हुआ नहीं है. लेकिन कोर्ट ने बेटे की कस्टडी अभी मां को दी थी. साथ ही कहा था कि हर रविवार को वेंकटरमन अपने बेटे से मिल सकते हैं.
बस सूचना को यही बात बिल्कुल रास नहीं आई थी. वह चाहती थी कि वेंकटरमन से उनका बेटा दूर रहे. इसलिए उसने प्लान बनाया कि अगर वो बेटे को ही मार डालेगी तो वेंकटरमन उसे कैसे मिल पाएंगे. सूचना बेंगलुरु में रहती है. वेंकटरमन भी वहीं रहते हैं. लेकिन दोनों अलग-अलग रहते हैं. हाल ही में कोर्ट ने यह आदेश दिया था कि हर रविवार को वेंकटरमन बेटे से मिल सकेंगे. लेकिन जैसे ही Sunday का दिन आने वाला था, सूचना बेटे को लेकर गोवा पहुंच गई.
उसने ऐसा इसलिए किया ताकि वेंकटरमन बेटे से न मिल पाए. उसी दौरान वेंकटरमन को इंडोनिशिया भी जाना था. इसलिए वो इंडोनेशिया चले गए. लेकिन उन्होंने 7 जनवरी को सूचना के मोबाइल पर वीडियो कॉल किया. ताकि वो बेटे से बात कर सकें. वीडियो कॉल पर उनकी बात भी हुई. लेकिन इसी के बात नफरत की आग में जल रही सूचना ने बेटे को मौत के घाट उतार दिया. फिर उसके शव को कपड़े से बांधा और बैग में डाल लिया.
बेटे को मारने के बाद उसने खुद भी सुसाइड करने की कोशिश की. इस दौरान उसका खून होटल के कमरे में गिर गया. लेकिन उसने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया. तभी उसका सुसाइड करने का इरादा बदल गया. उसने फिर तय किया कि वो गोवा से वापस बेंगलुरु चली जाएगी. वहीं पर बेटे के शव को ठिकाने लगा देगी. शायद वो इसमें कामयाब भी हो जाती. लेकिन होटल स्टाफ की होशियारी से वह पकड़ी गई.
पुलिस सूत्रों की मानें तो उसने पहले कहा था कि वो डिप्रेशन में है. लेकिन कोर्ट में जब उसे पेश किया गया तो वह बिल्कुल नॉर्मल लग रही थी. इसके अलावा बताया जा रहा है कि सूचना का काम भी कुछ समय से अच्छा नहीं चल रहा था.
क्या है पूरा मामला?
6 जनवरी को सूचना सेठ अपने 4 साल के बेटे को लेकर बेंगलुरु से गोवा पहुंची. यहां कैंडोलिम इलाके में स्थित सोल बयान ग्रैंड होटल में चेक-इन किया. होटल की बुकिंग सूचना ने पहले से ही करवा रखी थी. रिसेप्शन पर उसने बाकायदा अपना आईडी कार्ड भी दिया. फिर 6 और 7 तारीख को वह बेटे के साथ गोवा घूमी. 7 जनवरी की रात को उसने बेटे को मार डाला. फिर 8 जनवरी को कैब बुक की और वहां से निकल गई. लेकिन होटल स्टाफ को उस पर थोड़ा शक हुआ. क्योंकि जब उसने चेकआउट किया तो उसका बेटा उसके साथ नहीं था.
होटल स्टाफ ने जब उसके कमरे को खोला तो वहां खून के छींटे दिखाई दिए. तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस ने उस कैब ड्राइवर का फोन नंबर ढूंढ निकाला जो सूचना को साथ लेकर गया था. पुलिस ने पहले तो सूचना से ही पूछा कि आपका बेटा कहां है. सूचना ने कहा कि वो गोवा में ही एक रिश्तेदार के यहां है. पहले तो पुलिस को लगा कि वो बेवजह सूचना पर शक कर रहे हैं. लेकिन फिर भी उन्होंने इस बात को कन्फर्म करने के लिए सूचना द्वारा दिए गए एड्रेस के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश की. लेकिन पता चला कि सूचना ने उन्हें झूठ कहा है.
इसके बाद पुलिस ने कैब ड्राइवर को दोबारा फोन किया. कहा कि मैडम को बिना बताए वो नजदीक के किसी थाने में उसे ले जाए. ड्राइवर ने बिल्कुल ऐसा ही किया. उस समय वे लोग कर्नाटक में थे. जैसे ही गाड़ी थाने के पास रुकी तो सूचना हक्की-बक्की रह गई. कर्नाटक पुलिस ने उसके बैग की तलाशी ली तो उसके अंदर से सूचना के बेटे की लाश मिली. कर्नाटक पुलिस ने तुरंत उसे हिरासत में लेकर गोवा पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद गोवा पुलिस वहां पहुंची और सूचना को गिरफ्तार करके अपने साथ ले गई.
लव मैरिज, लड़ाई और कोर्ट पहुंचा मामला
सूचना ने फिर गोवा पुलिस को पूरी कहानी बताई. बताया कि 2010 में सूचना की मुलाकात बेंगलुरु में ही केरल के रहने वाले वेंकटरमण से हुई. दोनों में प्यार हुआ और उन्होंने शादी कर ली. वेंकट भी एक अच्छे और पढ़े लिखे परिवार से हैं. शादी के बाद सबकुछ ठीक चल रहा था. 9 साल बाद यानी 2019 में दोनों को एक बेटा हुआ. तब भी सबकुछ ठीक था. लेकिन फिर 2020 में कोरोना आते ही मियां बीवी के रिश्ते में कड़वाहट आनी शुरू हो गई. दोनों में झगड़ा इस कदर बढ़ा कि दोनों अलग-अलग रहने लगे पर बेटा मां के पास था. इस अलगाव के बावजूद वेकंटरमन अक्सर अपने बेटे से मिलने सूचना के पास आता. लेकिन सूचना उसे बेटे से मिलने नहीं देती. अलगाव का ये मामला फिर अदालत तक जा पहुंच चुका. दोनों ने तलाक की अर्जी डाल दी. दोनों ही बेटे की कस्टडी चाहते थे.
कोर्ट का फैसला सूचना को नागवार गुजरा
वेंकटरमन ने कोर्ट में कई बार ये शिकायत की कि सूचना उसे उसके बेटे से मिलने नहीं देती. आखिरकार 2023 के खत्म होते होते बेंगलुरु की जिला कोर्ट ने दोनों के अलगाव पर अपना फैसला सुनाया. कानूनी तौर पर दोनों का तलाक हो गया. लेकिन इसके साथ ही अदालत ने एक और फैसला दिया. फैसला ये कि बेटा अपनी मां यानी सूचना के पास ही रहेगा. लेकिन वेंकटरमन महीने में चार बार हर संडे अपने बेटे से मिल सकते हैं. बस कोर्ट का यही फैसला सूचना को नागवार गुजरा. वो अपने पति से इस कदर नफरत करती थी कि उसके हिस्से खुशी का कोई पल आए, ये उसे बर्दाश्त नहीं था. और वेंकटरमन अपने बेटे से मिल कर हमेशा खुश हो जाते थे.
कोर्ट के आदेश के बाद विदेश चले गए वेंकटरमन
सूचना सेठ फिर इसी उधेड़बुन में लग गई कि कैसे वो अपने पति की खुशियों को छीन ले. लेकिन इस खुशी के रास्ते में कोई और नहीं उसका अपना बेटा आ रहा था. सूचना को अपने पति और खुशियों से इस कदर नफरत थी कि नफरत की आग में उसकी ममता तक को जला डाला. अब वो मौके की तलाश में थी. इत्तेफाक से नए साल ने उसे ये मौका भी दे दिया. संडे की मुलाकात के कोर्ट के आदेश के बाद पहली बार वेंकटरमन काम के सिलसिले में विदेश चले गए. यानी सात जनवरी को पड़ने वाले संडे को वो अपने बेटे से नहीं मिल सकते थे. सूचना इस संडे को खोना नहीं चाहती थी.
लिहाजा उसने शनिवार यानी छह जनवरी को ही बेंगलुरु छोड़ दिया और गोवा पहुंच गई. अपने बेटे के साथ. तीन दिन वो गोवा में रुकी. मासूम बेटे को तो पता ही नहीं था कि पति पत्नी का झगड़ा या तलाक क्या होता है. उसे मम्मी पापा दोनों चाहिए थे. लेकिन जब-जब उसके मुंह से पापा निकलता, तब-तब पति के लिए सूचना की नफरत और गहरी हो जाती. और इसी नफरत की आग में उसने 7 जनवरी की रात आठ से दस बजे के दरम्यान अपने ही हाथों से अपनी ममता का गला घोंट डाला. हत्या से पहले वेंकटरमन ने उसे वीडियो कॉल भी किया था.
पोस्टमार्टम में हुआ ये खुलासा
बता दें, बच्चे का पोस्टमार्टम किया जा चुका है. सरकारी अस्पताल हिरियुर के प्रभारी चिकित्सक डॉ. कुमार नाइक ने शव के पोस्टमार्टम के बाद हत्या का तरीका बताया है. उन्होंने बताया कि निश्चित रूप से बच्चे की हत्या करने के लिए किसी हथियार का प्रयोग किया गया होगा. यह हथियार तकिया या तौलिया हो सकता है, जिसका इस्तेमाल लड़के का गला घोंटने के लिए किया गया हो. जब डॉ. कुमार नाइक से पूछा गया कि बच्चे की मौत कितने घंटे पहले हुई होगी, तो उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम करने से करीब 36 घंटे पहले. क्या बच्चे के शव पर कोई अन्य खून के निशान थे? इस पर उन्होंने कहा कि शरीर पर कहीं अन्य खून का निशान नहीं है. गला घोंटने के दबाव से बच्चे के चेहरे की नसें उभर गई हैं.
(गोवा से अनाघा की रिपोर्ट)