गोरखपुर कांड में 6 पुलिसवालों के हाथों मारे गए मनीष गुप्ता के घर कानपुर में अभी भी राजनीतिक दलों के नेताओं का आना जाना लगा हुआ है. इस मामले में गोरखपुर पुलिस की जमकर किरकिरी हो रही है. एक तो सभी आरोपियों के नाम एफआईआर में नहीं हैं, ऊपर से शुक्रवार को मनीष की पत्नी मीनाक्षी ने एक बार फिर गोरखपुर पुलिस को कटघरे में खड़ा कर दिया. मीनाक्षी फौरन आरोपियों को गिरफ्तार किए जाने की मांग की है, लेकिन वहां की पुलिस जांच की बात कहकर गिरफ्तारी से पल्ला झाड़ रही है.
मीनाक्षी गुप्ता ने कहा कि गोरखपुर के पुलिस अधिकारी कह रहे हैं कि जांच के बाद आरोपी पुलिसवालों की गिरफ्तारी होगी, जो बिल्कुल गलत है. उनकी तुरन्त गिरफ्तारी होनी चाहिए. और ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए. जब सीएम साहब ने खुद मुझे न्याय दिलाने को कहा है. मीनाक्षी ने सीएम योगी से अपील करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी से मेरी हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि आप मेरे बड़े भाई की तरह हैं. इन पुलिस अधिकारियों को बयान देने से रोकिए.
क्योंकि ये ऐसे बयान देकर मेरा मनोबल तोड़ रहे हैं. मीनाक्षी ने एक और आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पति काफी रुपया लेकर वहां घूमने गए थे. 1 लाख रुपये से ज्यादा की रकम उनके पास थी लेकिन वो रुपया नहीं मिला. उनकी अंगूठी भी कहां गायब हो गई, पता नहीं. मीनाक्षी ने सीएम से मांग करते हुए कहा कि आरोपी पुलिसकर्मियों की तुरंत गिरफ्तारी की जाए.
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आपको बता दें कि बीते सोमवार को मीनाक्षी के पति मनीष गुप्ता अपने दोस्तों के साथ गोरखपुर घूमने गए थे. जहां होटल के कमरे में चेकिंग के नाम पर स्थानीय थानेदार समेत 6 पुलिसवालों ने मनीष की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. यूपी पुलिस इस मामले को पहले रफा-दफा और फिर नया मोड़ देने की नाकाम कोशिश करती रही. मगर पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और दो चश्मदीद गवाहों ने पुलिस की करतूत का पर्दाफाश कर दिया. इस मामले में मजबूरन गोरखपुर पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज की लेकिन तीन आरोपी पुलिस वालों के नाम FIR में लिखे ही नहीं.
उधर, एसएसपी गोरखपुर के मुताबिक आरोपी पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया है. लेकिन सभी आरोपी पुलिसकर्मी फरार हो गए हैं. अब उनकी तलाश की जा रही है. इसके लिए कई टीम बनाई गई हैं. जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा.