हाथरस कांड की जांच कर रही CBI पीड़ित परिवार का लाई डिटेक्टर टेस्ट करना चाहती है, लेकिन परिवार इसके लिए तैयार नहीं है. पीड़िता के बड़े भाई ने आजतक को बताया कि CBI ने पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसमें वहां मौजूद एक डॉक्टर ने उनसे कहा कि झूठ-सच बोलने वाली मशीन से आप की जांच होगी. पीड़िता के भाई के मुताबिक, उन्होंने इससे मना कर दिया. हालांकि, डॉक्टर ने वॉयस सैंपल लिया है और उसकी जांच कराई जाएगी.
सीबीआई की टीम हाथरस में पीड़ित परिवार, गांव वालों, आरोपियों के परिवार और आरोपियों से पूछताछ कर चुकी है. जानकारी के मुताबिक, सीबीआई ने पीड़ित परिवार के रिश्तेदारों से भी उनके घर में जाकर पूरे मामले की जानकारी हासिल की है. पीड़िता के बड़े भाई ने कहा कि सीबीआई ने पूछा कि हो सकता है आपने अपनी बहन को मारा हो. इसपर मैंने कहा कि मैं क्यों मारूंगा.
पीड़िता के बड़े भाई ने कहा कि 2 दिन पहले हम सीबीआई के पास गए थे. उन्होंने पूछा कि आप झूठ-सच का टेस्ट करा लेंगे तो हमने कहा कि हम नहीं कराएंगे. यानी लाई डिटेक्टर टेस्ट के लिए सीबीआई की तरफ से कहा गया, लेकिन पीड़ित परिवार ने मना कर दिया. हालांकि, बाद में सीबीआई ने पीड़ित परिवार के बड़े भाई से उनका वॉयस सैंपल लिया है.
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पीड़िता के बड़े भाई ने कहा कि सीबीआई पूरा मामला प्रेम प्रसंग के तौर पर बदलना चाहती है. CBI ने हमसे कहा कि थोड़ी सी जांच रह गई है, अगर वो पूरी हो जाएगी तो हमारा केस सॉल्व हो जाएगा. वहीं, पीडिता की भाभी ने हाथरस के डीएम का टेस्ट कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि डीएम का टेस्ट क्यों नहीं करवाया जा रहा है.
बता दें कि हाथरस में 19 साल की युवती की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी. पीड़िता खेत में गंभीर हालत में मिली थी. बाद में उसे अलीगढ़ के अस्पताल और उसके बाद दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. पीड़िता ने अपने ही गांव के 4 लड़कों पर गैंग रेप का आरोप लगाया था, जिसके बाद पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया था.