हाथरस गैंगरेप के मुद्दे पर भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद ने केंद्र की मोदी सरकार के सामने मांग रखी है. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को मुआवजा, परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी और 30 दिन में आरोपियों को सजा देने की मांग की है. चंद्रशेखर आजाद ने इसके साथ ही सरकार को चेतावनी भी दी है. उन्होंने कहा कि अगर हमारी मांग 24 घंटे में नहीं मानी गई तो भीम आर्मी भारत बंद करेगी.
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हमारी बहन-बेटियों की जान इतनी सस्ती नहीं है. हमें न्याय चाहिए. केंद्र सरकार पीड़ित परिवार को 2 करोड़ का मुआवजा, सरकारी नौकरी और आरोपियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से 30 दिन में सजा की घोषणा करे. भीम आर्मी के चीफ ने कहा कि यदि 24 घंटे में हमारी मांगें नहीं मानी जाती हैं तो भीम आर्मी भारत बंद करेगी.
हमारी बहन-बेटियों की जान इतनी सस्ती नहीँ है,हमे न्याय चाहिए।
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) September 29, 2020
केन्द्र सरकार पीड़ित परिवार को 2 करोड़ का मुआवजा, फर्स्ट क्लास नोकरी और आरोपियों को फास्टट्रैक कोर्ट के माध्यम से 30 दिन में सजा की घोषणा करें। यदि 24 घण्टे में हमारी मांगे नही मानी जाती तो भीम आर्मी भारत बंद करेगी।
इससे पहले चंद्रशेखर आजाद पीड़िता के परिजनों से मिलने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल पहुंचे. उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि वह न्याय लेकर रहेंगे. इसके साथ ही उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मैं बहुजन समाज से अपील करता हू कि सभी आज सड़कों पर उतरें और हाथों पर काली पट्टी बांधकर कैंडल मार्च निकालें और दरिंदों के लिये फांसी की मांग करें.
'सहनशीलता की परीक्षा न ली जाए'
इस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हमारी सहनशीलता की परीक्षा न ली जाए. मैं मांग करता हूं कि उन दरिंदों को तुरंत फांसी पर लटकाया जाए, जब तक उन दरिंदों को फांसी नहीं होगी, न हम चैन से सोएंगे न सरकार व प्रशासन को सोने देंगे. उन्होंने कहा कि हाथरस की हमारी बहन जो दरिंदगी का शिकार हुई थी, अब इस दुनिया में नहीं रही. मैं बार बार यह मांग करता रहा कि उसे AIIMS में भर्ती कराया जाए, लेकिन BJP सरकार ने ऐसा नहीं किया. हमारी बहन की मौत की जिम्मेदार जितने वे बलात्कारी दरिंदे हैं उतनी ही जिम्मेदार उत्तर प्रदेश सरकार भी है.