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हाथरस गैंगरेप: पीड़िता के पिता बोले- CM योगी ने घटना पर जताया दुख, हमें लखनऊ बुलाया

पीड़िता के पिता ने कहा कि सीएम योगी ने हमें कार्रवाई का भरोसा दिया है. उन्होंने कहा कि हम आपके साथ हैं. साथ ही सीएम ने कहा कि आपकी बेटी के साथ हो हुआ, उसका हमको दुख है. 

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सीएम योगी ने की पीड़िता के पिता से बात
  • सीएम ने घटना पर दुख जताया: पीड़िता के पिता
  • दोषियों को फांसी की मांग की: पीड़िता के पिता

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस गैंगरेप पीड़िता के पिता से बात की है. पीड़िता के पिता ने कहा कि सीएम योगी ने हमें कार्रवाई का भरोसा दिया है. उन्होंने कहा कि हम आपके साथ हैं. साथ ही सीएम ने कहा कि आपकी बेटी के साथ हो हुआ, उसका हमको दुख है. 

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सीएम से बातचीत के बाद पीड़िता के पिता ने पत्रकारों से बात की. उन्होंने बताया कि हमने सीएम से दोषियों को फांसी देने की मांग की. सीएम ने कहा कि आपके बेटी के साथ जो हुआ उसका हमको दुख है. ये सबसे बड़ी घटना है. आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का हम प्रयास करेंगे.

पीड़िता के पिता ने बताया कि हमने सीएम से कहा कि हमें बेटी का शव भी नहीं दिखाया गया. सीएम योगी ने इसके लिए खेद जताया. पीड़िता के पिता ने कहा कि हम पर कोई दबाव नहीं बनाया गया है. हमने खुलकर बातचीत की. हमें किसी भी तरह के समझौते के लिए नहीं तैयार किया जा रहा है.

पीड़िता के पिता ने बताया कि हमने सीएम से कहा कि दोषियों को पहले फांसी की सजा हो. मुआवजा जो है वो मिलता रहे. लेकिन सजा पहले हो. सीएम ने कहा कि जो भी धाराएं लगी हैं, उससे कोई भी छेड़छाड़ नहीं की जाएगी. सीएम ने हमें लखनऊ भी बुलाया है. बता दें कि सीएम योगी ने वीडियो कॉल के जरिए पीड़िता के पिता से बात की. पीड़िता के पिता ने मुख्यमंत्री से आरोपियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की मांग की. मुख्यमंत्री ने प्रशासन को हर संभव मदद के निर्देश दिए.

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वहीं, हाथरस केस में जांच के लिए एसआईटी का भी गठन हो गया है. सीएम आदित्यनाथ के आदेश के बाद गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआईटी टीम मामले की जांच करेगी. एसआईटी में दलित और महिला अधिकारी भी शामिल हैं. इस बीच, सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई है. जनहित याचिका में पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की गई है. साथ ही केस का ट्रायल उत्तर प्रदेश से दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग की गई है.

 

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