आईआईटी गुवाहाटी (आईआईटीजी) में कंप्यूटर साइंस के छात्र की खुदकुशी के बाद चल रहे विरोध प्रदर्शन की वजह से संस्थान के एकेडमिक डीन केवी कृष्णा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इस घटना के बाद न्याय की मांग कर रहे छात्र लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी छात्रों ने दावा किया कि मृतक मानसिक रूप से अस्वस्थ था. वो फेल अटेंडेंस के लिए चिह्नित किए जाने के बाद परेशान चल रहा था.
प्रदर्शनकारियों ने एक प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की, जिन्होंने कम अटेंडेंस के कारण कई छात्रों को पास नहीं होने दिया. उनमें से कई छात्रों के वाजिब कारण था कि वो क्लास अटेंड क्यों नहीं कर पाए. मृतक छात्र ने भी सभी जरूरी मेडिकल सर्टिफिकेट पेश किए थे, लेकिन उसे स्वीकार नहीं किया गया, जिसकी वजह से वो डिप्रेशन में चला गया. इसके बाद हॉस्टल में उसका शव बरामद किया गया था.
प्रदर्शनकारी छात्रों ने आईआईटीजी के निदेशक देवेंद्र जलिहाल से इस सिलसिले मुलाकात की है. कई घंटों तक चर्चा के दौरान उनके मुद्दों और चिंताओं का संज्ञान लिया गया है. एक बयान में आईआईटी प्रशासन ने कहा कि उन्हें डीन का इस्तीफा मिला है. इस पर आंतरिक रूप से चर्चा की जा रही है. बहुत जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा. छात्रों से विरोध प्रदर्शन छोड़कर अपनी कक्षाओं में लौटने को कहा गया है.
आईआईटीजी के निदेशक देवेंद्र जलिहाल ने कहा, ''छात्रों की चिंताओं को समझते हुए शैक्षणिक निरंतरता को प्राथमिकता देना और शांतिपूर्ण परिसर बनाए रखना महत्वपूर्ण है. संस्थान छात्रों द्वारा उठाए गए मुद्दों को गंभीरता से ले रहा है. भविष्य में होने वाली ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे. सभी की भलाई हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. बेहतर वातावरण देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.''
बताते चलें कि सोमवार को कंप्यूटर साइंस का छात्र हॉस्टल के अपने कमरे में मृत मिला था. वो उत्तर प्रदेश का रहने वाला था. आईआईटीजी में इस साल किसी छात्र की यह चौथी मौत है. इस घटना के बाद संस्थान के एक प्रवक्ता ने कहा, ''आईआईटीजी को एक छात्र के खोने की सूचना देते हुए गहरा दुख हुआ है. हम इस कठिन समय में छात्र के परिवार, दोस्तों और प्रियजनों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं.''
उन्होंने कहा कि छात्रों का स्वास्थ्य आईआईटीजी की सर्वोच्च प्राथमिकता है. यह छात्रों को उनके सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने में मदद करने के लिए सहायता और संसाधन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. हम अपने छात्रों को हमारे हेल्प नेटवर्क तक पहुंचने के लिए प्रोत्साहित करते हैं. हालांकि, लगातार बढ़ रहे खुदकुशी के मामलों ने संस्थान की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं. इसकी जांच जरूरी है.