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बिहार: पिता से फिरौती लेकर ऐश करना चाहता था बेटा, रच ली खुद के अपहरण की साजिश

साजिश रचने वाले छात्र नीतीश ने पुलिस के सामने यह भी स्वीकार किया कि पढ़ाई और पिता के पैसों से ऐश करने के लिए उसने फिरौती की मांग की थी.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • जमुई में छात्र ने खुद रची अपहरण की साजिश
  • पिता से मांगे 10 लाख रुपये, अब पहुंचा जेल

बिहार के जमुई में छात्र ने एक तीर से दो निशाने लगाने की योजना बनाई और खुद के ही अपहरण की साजिश रच दी. छात्र को लग रहा था कि इससे वो फिरौती में मिले पैसों से मौज-मस्ती भी कर लेगा और अपहरण के मामले में अपने पड़ोसी को भी परेशान कर देगा. लेकिन छात्र का दांव उल्टा पड़  गया और अब उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

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दरअसल जमुई के बरहट थाना क्षेत्र में इंटर के एक छात्र ने अपने अपहरण की साजिश खुद रची थी और उसे लेकर पुलिस ने जांच के बाद जो खुलासे किए वो बेहद चौंकाने वाले थे.

इंटर में पढ़ने वाले छात्र नीतीश कुमार ने अपने पड़ोसी को फंसाने के लिए अपने अपहरण की साज़िश रची और अपने पिता से फोन कर 10 लाख रुपए की फिरौती भी मांग ली.

हालांकि पुलिस ने उसके मंसूबे को कामयाब नहीं होने दिया और अपहरण की  घटना के 24 घंटे के भीतर ही लखीसराय जिले के हाथीदा जंक्शन से युवक को गिरफ्तार कर लिया.

घटना को लेकर जमुई के एसडीपीओ डॉ राकेश कुमार ने बताया कि 8 फरवरी की शाम पुलिस को सूचना मिली थी कि लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के सिंघिया निवासी सुरेश यादव के पुत्र नीतीश कुमार का अपहरण उस समय कर लिया गया जब वह इंटर की परीक्षा देकर जमुई से वापस अपने घर लौट रहा था.

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पुलिस अधिकारी ने कहा कि खुद के अपहरण की साजिश रचने वाला युवक काफी शातिर है. उसने एक तीर से दो निशाना साधने के लिए खुद के अपहरण की साजिश रची थी. उन्होंने बताया कि अपहृत युवक ने अपने पिता से अपनी बरामदगी के बदले बतौर फिरौती 10 लाख रुपये की मांग की थी ताकि  उस पैसे को अपने ऊपर खर्च कर सके.

पुलिस के मुताबिक युवक के परिजनों का अपने ही गांव के कुछ लोगों के साथ पिछले कई दिनों से जमीन विवाद चल रहा था. युवक की योजना थी कि अपहरण के केस में गांव के लोगों को फंसाकर उसे जेल भिजवा दिया जाए. ऐसा करने से विरोधियों मे दहशत का माहौल बनेगा और जमीन विवाद भी समाप्त हो जाएगा.

पुलिस पूछताछ में इंटर के छात्र नीतीश कुमार ने बताया कि उसका अपहरण नहीं हुआ था. वह जमुई स्टेशन पहुंचकर ट्रेन से हाथीदह के समीप सिमरिया घाट जाकर पूजा-अर्चना की और वहीं से अपने घर फोन कर अपहरण की अफवाह फैलाई. नीतीश ने पुलिस के समक्ष यह भी स्वीकार किया कि पढ़ाई और पिता के पैसों से ऐश करने के लिए फिरौती की मांग की थी. (इनपुट - राकेश कुमार सिंह)

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