इंटरपोल ने हरियाणा के रोहतक निवासी अपराधी और वांछित गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के करीबी साथी साहिल कुमार की गिरफ्तारी के लिए रेड नोटिस जारी किया है. हरियाणा पुलिस ने कहा है कि दोनों दुर्दांत अपराधी पुर्तगाल से भारत में जबरन वसूली रैकेट संचालित करने वाले वांछित हैं. पुलिस के मुताबिक, दोनों ही आरोपी पुर्तगाल में बैठकर शराब ठेकेदारों और अन्य लोगों को धमकी दे रहे हैं. ऐसा ही रेड नोटिस जल्द ही रोहतक के रिटोली गांव के रहने वाले गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के लिए भी जारी होने की उम्मीद है.
फर्जी पासपोर्ट के जरिए भागा विदेश
इंटरपोल नोटिस के अनुसार, 'साहिल कुमार ने पासपोर्ट प्राप्त करने के लिए धोखाधड़ी से फर्जी पते और फर्जी पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल किया और फिर इसका इस्तेमाल विदेश भागने के लिए किया. जांच में पता चला कि पासपोर्ट में जो पता दिया गया है कि वहां साहिल कुमार नाम का कोई शख्स रहता ही नहीं है और ना ही पासपोर्ट में दी गई तस्वीर से मिलता-जुलता शख्स वहां कभी रहा.
पासपोर्ट बनवाने के लिए साहिल कुमार द्वारा प्रस्तुत किए गए पहचान दस्तावेज फर्जी पाए गए. साहिल कुमार एक खतरनाक अपराधी है, जिसके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, किसी व्यक्ति को मौत या गंभीर चोट के डर से जबरन वसूली, आपराधिक साजिश, घातक हथियारों से लैस होकर दंगा करना, गलत तरीके से रोकना, चोट पहुंचाने, हमला करने या गलत तरीके से रोकने के लिए, घर में अतिक्रमण जैसे आपराधिक मामले दर्ज हैं.
मामले के अतिरिक्त तथ्य
विस्तृत जांच और साक्ष्य जुटाने के आधार पर आरोप पत्र अदालत में दाखिल किया गया है. संबंधित सक्षम प्राधिकारी द्वारा उसकी गिरफ्तारी पर 10000 रुपये का इनाम घोषित किया गया है. भगोड़े के खिलाफ अदालत द्वारा एक खुली तारीख वाला गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है और पुलिस द्वारा संबंधित अदालत के समक्ष आरोप पत्र पहले ही प्रस्तुत किया जा चुका है.
विदेश से चला रहा है रैकेट
भगोड़ा अभी भी विदेश से जबरन वसूली रैकेट चला रहा है और मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप के जरिए भारत में पीड़ितों को लगातार कॉल कर रहा है. उसने विभिन्न पीड़ितों को जान से मारने की धमकियां दी हैं और कई पीड़ितों ने जब रंगदारी देने से इनकार किया तो इस भगोड़े के स्थानीय साथियों द्वारा उन पर हथियारों से हमला कराया. भगोड़ा अभी भी विदेश से जबरन वसूली रैकेट चला रहा है और मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप के जरिए भारत में पीड़ितों को लगातार कॉल कर रहा है.उसने विभिन्न पीड़ितों को जान से मारने की धमकियां दी हैं.
क्या है रेड नोटिस?
रेड कॉर्नर नोटिस (Red Corner Notice) को आधिकारिक भाषा में रेड नोटिस (Red Notice) कहा जाता है. कोई भी अपराधी पुलिस और जांच एजेंसियों (investigative agencies) से बचने की कोशिश में दूसरे देश में भाग सकता है. रेड कॉर्नर नोटिस ऐसे अपराधियों के बारे में दुनियाभर की पुलिस को सचेत करता है.आसान भाषा में समझें तो इंटरपोल एक तरह से अंतरराष्ट्रीय पुलिस है. इंटरपोल और 192 देश इसके सदस्य हैं. जो सदस्य देश हैं उन्हीं की ओर से किसी अपराधी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए सिफारिश की जाती है. रेड कॉर्नर नोटिस किसी देश से भागे हुए ऐसे शख्स को ढूंढने के लिए जारी किया जाता है, जिसके ऊपर कोई आपराधिक मामला दर्ज हो.