छत्तीसगढ़ का नारायणपुर जिला पिछले कुछ दिनों से चर्चा में है. नारायणपुर के पुलिस महकमे पिछले कुछ दिनों से उथल-पुथल मची है. नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक (आईपीएस) उदय किरण पर उनके ही ड्राइवर ने मारपीट का आरोप लगाया था. नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक उदय किरण पर उनके ही ड्राइवर ने मारपीट का आरोप लगाया था. आदिवासी समुदाय से आने वाले उदय किरण के ड्राइवर ने मारपीट का आरोप लगाया तो सियासत भी शुरू हो गई थी.
अब छत्तीसगढ़ सरकार ने भी इस घटना को लेकर सख्त रुख अपना लिया है. छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने आदिवासी ड्राइवर जयलाल नेताम के साथ मारपीट के आरोपी नारायणपुर के एसपी को हटा दिया है. छत्तीसगढ़ सरकार ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. छत्तीसगढ़ के सीएम ने साथ ही अधिकारियों को ये हिदायत भी दे दी है कि वे मर्यादित व्यवहार करें.
भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा है कि पुलिस अधिकारियों से ये अपेक्षा होती है कि वे अपराधियों के साथ सख्त व्यवहार करेंगे. उन्होंने अधिकारियों को एक तरह से हिदायत दे दी कि अमर्यादित व्यवहार करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. भूपेश बघेल ने अपने ट्वीट में कहा है कि अमर्यादित होकर मातहत कर्मचारी के साथ मारपीट करना क्षमा करने के योग्य नहीं है.
छत्तीसगढ़ के सीएम ने साथ ही ये भी कहा है कि असंयमित व्यवहार करने वाले नारायणपुर जिले के पुलिस अधीक्षक को हटाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं. गौरतलब है कि विवादों में रहने वाले वाले आईपीएस उदय किरण पर इसबार उनके ड्राइवर ने ही मारपीट के आरोप लगाए हैं. ड्राइवर अस्पताल में भर्ती है. आदिवासी समाज से आने वाले ड्राइवर से मिलने समाज के भी कई प्रतिनिधि अस्पताल पहुंचे और उदय किरण के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है. इन सबके बीच पुलिस अधीक्षक उदय प्रकाश ने मारपीट से इनकार किया है.