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सीरिया में अमेरिकी सेना के एक ऑपरेशन में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) का सरगना अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल-कुरैशी (Abu Ibrahim al-Hashemi al-Quraishi) ढेर हो गया. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने कुरैशी के मारे जाने की घोषणा की है. कुरैशी तुर्की सीमा पर सीरियाई शहर में एक तीन मंजिला इमारत में रह रहा था.
अमेरिकी सेना ने जिस तरह से अलकायदा के आतंकी ओसामा बिन लादेन (Osama Bin Laden) को पकड़ने के लिए ऑपरेशन चलाया था. ठीक उसी तरह का ऑपरेशन कुरैशी को पकड़ने के लिए भी चलाया गया था. हालांकि, अमेरिकी सेना कुरैशी तक पहुंच पाती, उससे पहले ही उसने खुद को बम से उड़ा लिया.
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने इसे 'कायरता' बताया है. इससे पहले अक्टूबर 2019 में जब अमेरिकी सेना ने आईएस के सरगना अबु बकर अल-बगदादी को पकड़ने का ऑपरेशन चलाया था. तब वो भी एक सुरंग में छिप गया था और घिरने के बाद अपने बच्चों समेत खुद को बम से उड़ा लिया था.
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इस ऑपरेशन से पहले पश्चिमी सीरिया के अतमेह शहर के लोगों को अमेरिकी सेना ने चेतावनी भी दी थी. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, एक महिला ने बताया कि अमेरिकी सैनिक लाउडस्पीकर से चेता रहे थे कि अगर आप यहां से नहीं गए तो आप भी मारे जाएंगे.
कुरैशी के बम से उड़ाने से पहले सेना ने पहली मंजिल से 4 बच्चों समेत 6 लोगों को बाहर निकाल लिया था. हालांकि, कुछ देर बाद ही उसने खुद को बम से उड़ा लिया. इसमें कुरैशी के अलावा उसकी दोनों पत्नी और एक बच्चे की भी मौत हो गई. अमेरिकी सेना के मुताबिक, इस ब्लास्ट में कम से कम 13 लोग मारे गए हैं.
... तो पिछले साल ही मारा जाता कुरैशी
न्यूज एजेंसी ने व्हाइट हाउस के एक सीनियर अधिकारी के हवाले से बताया है कि इस ऑपरेशन की प्लानिंग दिसंबर की शुरुआत में हुई थी. उसी समय अधिकारियों को पता चल गया था कि आतंकी कुरैशी तीन मंजिला इमारत में रह रहा है.
20 दिसंबर को जो बाइडेन को आतंकी कुरैशी को जिंदा पकड़ने की योजना के बारे में बताया गया था. हालांकि, इसमें दिक्कत ये थी कि कुरैशी बहुत ही कम घर से बाहर निकलता था.
कुरैशी को एक हमले में मारने की योजना भी बनाई गई. हालांकि, हालांकि, आसपास बच्चों और आम नागरिकों की मौजूदगी की वजह से ऑपरेशन नहीं चलाया गया.
इसके बाद अमेरिकी सेना को पहली मंजिल पर रहने वाले परिवारों और आसपास रहने वाले लोगों की सुरक्षा के मकसद से एक मिशन तैयार करने को कहा गया. आखिरकार तय हुआ कि अमेरिकी सैनिक वहीं जाकर इस ऑपरेशन को अंजाम देंगे.
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लाइव ऑपरेशन देख रहे थे राष्ट्रपति बाइडेन
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति जो बाइडेन, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन समेत सीनियर अधिकारी इस ऑपरेशन को लाइव देख रहे थे.
अधिकारियों के मुताबिक, शाम को बाइडेन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से बात की थी. उसके बाद वो 5 बजे सिचुएशन रूम में आ गए, जहां उन्होंने ऑपरेशन लाइव देखा.
अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने बताया कि इस ऑपरेशन में अमेरिकी सेना की कार्रवाई में एक भी आम नागरिक की मौत नहीं हुई है. जितने भी लोग मारे गए हैं, वो आईएस के हमले में मारे गए हैं.