ईरान की राजधानी तेहरान में हमास लीडर इस्माइल हानिया की हत्या के बाद से मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ गया है. रविवार को तड़के लेबनान की तरफ से इजरायल में दर्जनों मिसाइलें दागी गईं. इस दौरान लगातार सायरन की आवाजें भी सुनाई देती रहीं. इसके बाद इजरायल ने पूरे देश में रेड अलर्ट जारी कर दिया है. हालांकि, उसका दावा है कि सभी मिसाइलों को आयरन डोन ने आसमान में ही नष्ट कर दिया है.
लेबनानी नागरिक हमादा अल हरज ने कहा, "मुझे इस्माइल हानिया की मौत के बारे में पता चला तो दुख हुआ. उनकी मृत्यु दिल दहला देने वाली थी. वो एक सम्मानित व्यक्ति थे. उनकी हत्या सबसे बड़ी गलती थी. उनकी उपस्थिति गाजा के लिए बहुत जरूरी थी. उन्होंने युद्ध का विरोध किया और गाजा में युद्ध विराम के लिए काम किया. यह मध्यस्थों के इरादों पर निर्भर करता है कि युद्ध विराम होगा कि नहीं.''
वहीं ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने हानिया की हत्या से जुड़ा बड़ा खुलासा किया है. उसके मुताबिक हमास चीफ को शॉर्ट रेंज मिसाइल फायर करके मारा गया था. इस मिसाइल में 7 किलो विस्फोटक लदा हुआ था. इससे पहले कई मीडिया रिपोर्ट्स में हानिया को बम धमाके से मारने का दावा किया था. बहरहाल आईआरजीसी ने इस हमले के पीछे इजरायल का सीधा हाथ बता दिया है.
इसके साथ ही अमेरिका पर भी साथ देने का आरोप लगाया है. वहीं हालात को देखते हुए अमेरिका और ब्रिटेन ने अपने नागरिकों को लेबनान छोड़ने की सलाह दी है. इससे पहले भारत ने भी अपने नागरिकों को लेबनान छोड़ने को कहा था. फिलहाल मिडिल ईस्ट के हालात काफी नाज़ुक मोड़ पर हैं. किसी भी वक्त यहां जंग छिड़ सकती है. इजरायल ने भी अपने देश में रॉकेट अटैक को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है.
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हमास लीडर हानिया की हत्या के बाद कई देशों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. शनिवार को गाजा से सटे जॉर्डन में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर निकले और अनोखे अंदाज में अपना विरोध जाहिर किया. इस दौरान लोगों ने हमास लीडर इस्माइल हानिया का प्रतिकात्मक जनाजा निकाला और इजरायल के खिलाफ जमकर नारे लगाए. एक प्रदर्शनकारी रानिया अल बयारी ने लोगों सड़क पर निकले का आह्वान किया.
इराक की राजधानी बगदाद में भी कुछ ऐसी तस्वीर नजर आई. यहां भी हज़ारों की तादाद में सड़कों पर निकले. कंधों पर इस्माइल हानिया का जनाज़ा निकाला. इस विरोध मार्च हज़ारों की तादाद में महिलाएं भी शमिल रहीं. हाथों में फिलिस्तीन का झंडा और हानिया की तस्वीर लिए पैदल मार्च किया और इजरायल के खिलाफ नारे लगाए. तुर्किए के इस्तांबुल में भी हानिया की हत्या के विरोध में लोगों ने प्रदर्शन किया.
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शनिवार को प्रसिद्ध हागिया सोफिया के बाहर हानिया का जनाज़ा निकालकर अपना विरोध ज़ाहिर किया. इस दौरान हाथों में हानिया की तस्वीरों के साथ ही फिलिस्तीन और तुर्किए का झंडा चारों तरफ नजर आया. बता दें कि जिस दिन हमास लीडर की हत्या हुई थी, उसी दिन वो 30 जुलाई को ईरान के राष्ट्रपति पजेशकियान के शपथ ग्रहण में शामिल हुए थे. इसके बाद पूरे मिडिल ईस्ट में तनाव चरम पर पहुंच गया है.