झारखंड (Jharkhand) के धनबाद (Dhanbad) में डायन-बिसाही कह कर खुलेआम एक पीड़ित महिला को प्रताड़ित किया जा रहा है. इसके बावजूद ऐसे गंभीर मामलों में धनबाद पुलिस पदाधिकारी एक आवेदन लेना मुनासिब नहीं समझते. मामला धनबाद के गोविंदपुर थाना क्षेत्र का है, जहां पर एक महिला को डायन कह कर प्रताड़ित किया जा रहा है और जान मारने की धमकी दी जा रही है. आवेदन देने के बाद भी अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.
पीड़ित महिला के पुत्र ने बताया कि पंचायत में साफ शब्दों में कहा गया कि समझौता नहीं करना है, इस पर मुखिया पति भड़क गए और उन्होंने धमकी भरे लहजे में कहा कि उनकी मर्जी के बगैर थाना में एफआईआर नहीं करवाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि 26 जुलाई को आवेदन देने के बाद कई बार थाना जाकर एफआईआर कॉपी की मांग की लेकिन हर बार मामले को आपसी समझौते के तहत खत्म कर लेने के बात थाना की ओर से कही गई. उन्होंने कहा कि मुखिया पति ने जो कहा था, वह बात सच साबित हो रहा है. क्योंकि लगभग 20 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक मामले में एफआईआर नहीं हो सकी है.
धनबाद के गोविंदपुर थाना क्षेत्र में महिला को उसके ही रिश्तेदारों ने डायन कह कर प्रताड़ित किया और पीड़िता के सभी सदस्यों को जान से मार देने की धमकी दी. इतना ही नहीं महिला को मैला पिलाने की बात कही जा रही है. इससे परेशान महिला मामले को लेकर थाना पहुंची और बीते 26 जुलाई को ही थाना में आवेदन दिया जिसके बाद थाना प्रभारी और मुखिया पति ने पंचायत रखने की बात कही.
पंचायत में मुखिया पति गयासुद्दीन अंसारी ने आरोपियों से माफी मंगवाकर झगड़े को सुलझा लेने का प्रस्ताव रखा. जिसे पीड़िता और उसके परिजनों ने ठुकरा दिया. पीड़िता महिला और उसके बेटे का आरोप है कि उसके बाद मुखिया ने धमकी देते हुए कहा कि अगर वह थाने में दिया गया आवेदन वापस नहीं लेगा तो उसकी मर्जी के बगैर एफआईआर भी नहीं करवा सकता है.
इस मामले में धनबाद सिटी एसपी आर रामकुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरतापूर्वक जांच कराई जाएगी. डीएसपी के नेतृत्व में पूरे मामले की गहनता से जांच की जाएगी और जो लोग भी दोषी होंगे, उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.