केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक भाजयुमो प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य पर लूट और डकैती की एफआईआर दर्ज की गई है. युवा नेता विक्कू सिंह राजावत ने ग्वालियर कलेक्टर से अभद्र व्यवहार किया था और उनके गनर की पिस्टल छीनने का प्रयास किया था. घटना तीन दिन पुरानी यानि गुरुवार की है, जिसकी एफआईआर रविवार को कराई गई है.
ग्वालियर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के गनर चंद्रशेखर शर्मा ने शहर के महाराजपुरा थाने में रविवार शाम को लिखित आवेदन दिया है. गनर ने बताया, "15 सिंतबर गुरुवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ग्वालियर आए हुए थे. इसी कार्यक्रम में सम्मलित होने के लिए एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान करीब 4.15 पर एयरपोर्ट पर आए और सर्किट हाउस के लिए रवाना हुए."
उन्होंने आगे बताया, "मैंने देखा कि भाजयुमो प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विक्कू राजावत सीएम शिवराज के कारकेड में घुसने की कोशिश कर रहा है. उसे रोका, तो उसने मुझसे अभद्रता की. इसी दौरान कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह भी वहां आ गए. उन्होंने भी विक्कू राजावत को समझाने का प्रयास किया. मगर, विक्कू राजावत ने अपने साथियों के साथ मिलकर कलेक्टर से भी अभद्र व्यवहार किया और मेरी पिस्टल छीनने की कोशिश की."
चंद्रशेखर ने कहा, "घटना के वक्त कलेक्टर सिंह के ड्रायवर सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे. 15 तारीख से लेकर लगातार तीन दिन तक शहर में वीवीआईपी मूवमेंट होने के कारण मैं एफआईआर दर्ज नहीं करा पाया था. आज मैंने एफआईआर दर्ज कराई है."
इन धाराओं में की गई एफआईआर
ग्वालियर कलेक्टर के गनर की शिकायत पर विक्कू सिंह राजावत के खिलाफ आईपीसी की धारा 353, 186, 393, 11 और 13 के तहत शासकीय कार्य में बाधा डालने सहित लूट और डकैती का मामला दर्ज किया गया है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया का है करीबी
बताया जा रहा है कि विक्कू सिंह राजावत ज्योतिरादित्य सिंधिया का करीबी है. उसे सिंधिया के कोटे से भाजपा युवा मोर्चा का कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया था.
उठा रहा ये सवाल
गनर के मुताबिक विक्कू राजावत ने कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के साथ भी अभद्र व्यवहार किया था. मगर, एफआईआर गनर द्वारा कराई गई है. कलेक्टर ने स्वयं एफआईआर दर्ज नहीं कराई है. कहा जा रहा है कि उन पर दबाव है इसलिए घटना के तीन दिन बाद गनर द्वारा एफआईआर दर्ज कराई गई है.