'पढ़ेंगी बेटियां, तभी बढ़ेंगी बेटियां', सरकार भले इस नारे के जरिए बच्चियों की शिक्षा पर जोर दे रही हो, लेकिन दकियानूसी सोच अभी भी बेटियों को स्कूल की चारदीवारी तक पहुंचने नहीं दे रही है. एक ऐसा ही मामला कानपुर में सामने आया है, जहां एक सीआईएसएफ का दारोगा अपनी बेटियों की पढ़ाई का विरोध करता है.
सीआईएसएफ दारोगा अपनी बेटियों की पढ़ाई का इतना विरोधी है कि पत्नी को इसके लिए जमकर मारता है, क्योंकि पत्नी बेटियों को पढ़ाने में लगी है. पत्नी की शिकायत पर दारोगा के ऊपर केस तो दर्ज कर लिया गया, लेकिन कानपुर पुलिस ने स्टाफ पर मेहरबानी हुए केस की गंभीर धाराओं को ही हटा दिया. इसके एवज में दरोगा से घूस भी ली गई.
क्या है पूरा मामला
मामला कानपुर के पनकी थाने का है, जहां पॉवर हाउस में रहने वाली सविता मिश्रा ने अपने पति लक्ष्मी कांत मिश्रा और ससुराल वालों के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज करवाया है. सविता के पति सीआईएसएफ में दारोगा हैं. सविता का आरोप है कि मेरी दो बेटियां हैं, इसमें बड़ी बेटी 12वीं में 90 प्रतिशत से पास हुई, उसका नेवी स्कूल में भी सलेक्शन हो गया था, लेकिन पति बेटियों को पढ़ने नही देना चाहता, इसलिए उसने फीस नहीं दी.
सविता मिश्रा का आरोप है कि बेटियों को पढ़ाने के चक्कर में मेरी पिटाई की गई, ससुराल वालों ने भी पति का साथ दिया, मैंने इसकी पनकी थाने में एफआईआर लिखाई तो विवेचना करने वाले दारोगा छोटे सिंह उलटा मेरे पति से ही मिल गए जबकि मेरे पति आरोपी थे, उन्होंने पति से घूस लेकर केस की धाराएं हटा दीं और इसके लिए पैसा मेरे पति के अकाउंट से ही छोटे सिंह के अकांउट में डायरेक्ट ले लिया.
सविता ने यूपी महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर से विवेचक की घूसखोरी की शिकायत की है. पूनम कपूर भी विवेचक की हेराफेरी से हैरान हैं. उनका कहना है कि जब महिला का पति केस में आरोपी है तो आखिर उसके अकाउंट से विवेचक के अकाउंट में पैसा क्यों लिया गया.