कानपुर देहात के अकबरपुर में एक शख्स की पिटाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. गोद में अपनी बेटी को लिए पुनीत शुक्ला को अकबरपुर थाने के एसएचओ विनोद कुमार मिश्र ने बेरहमी से पीटा था. इसका वीडियो वायरल होने के बाद एसएचओ विनोद कुमार मिश्र को सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं अब पुनीत शुक्ला सामने आए हैं और पूरी कहानी बताई.
पुनीत शुक्ला के मुताबिक, 'अस्पताल कैंपस में पानी भर रहा था, जिसे लेकर कुछ लोग मेरे भाई रजनीश शुक्ला के पास आए, फिर रजनीश शुक्ला मौके पर गए, इस दौरान अस्पताल चालू था और सब काम हो रहा था, मेरे भाई जब वहां बैठे थे, थोड़ी देर में पुलिस आई और सबको छोड़कर उन पर लाठीचार्ज करने लगी.'
पुनीत शुक्ला ने आगे बताया, 'मैं जैसे ही भाई रजनीश शुक्ला को बचाने गया तो उन्होंने मुझ पर लाठीचार्ज कर दिया और मुझे बेरहमी से पीटने लगे, मेरी गोद में बच्ची बिट्टो थी, बाद में बिट्टो को उन्होंने छीन लिया.' पुनीत शुक्ला ने चोट के निशाने दिखाते हुए कहा कि मुझे अभी जानकारी मिली है कि मेरे खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है.
क्या है पूरा मामला
कानपुर देहात में इस समय जिला अस्पताल के बगल में बन रहे मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए खुदाई का काम चल रहा था. इसकी मिट्टी जिला अस्पताल में उड़कर आ रही थी. कर्मचारियों ने इसकी शिकायत की, लेकिन जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो गुरुवार को उन्होंने प्रदर्शन शुरू कर दिया. आरोप है कि इस दौरान हॉस्पिटल को बंद करवा दिया गया.
पुलिस प्रशासन ने कर्मचारियों को हटाना चाहा, जब वे नहीं माने तो लाठीचार्ज कर दिया. लाठीचार्ज के दौरान पुलिस ने जिला अस्पताल के वार्डबॉय और कर्मचारी नेता रजनीश शुक्ला को जमकर पीटा गया. इसी दौरान रजनीश के भाई पुनीत को भी पुलिस ने पकड़ लिया और उसकी पिटाई शुरू कर दी. जब पुलिस पीट रही थी, तब पुनीत की गोद में उसकी बच्ची थी.
पुनीत की पिटाई का ही वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. खैर गुरुवार को ही कानपुर देहात पुलिस का एक और कारनामा सामने आया. रजनीश शुक्ला को रात बारह बजे कानपुर हैलट हॉस्पिटल लाया, यहां करीब एक घंटे तक इलाज कराने के बाद उसे फिर पुलिस ले गई. इस दौरान रजनीश का कहना था कि थाने में मुझे फिर मारा गया था.
पहले लाइन हाजिर, फिर किया गया सस्पेंड
इस मामले में फजीहत होता देख एडीजी जोन कानपुर ने अकबरपुर के एसएचओ विनोद कुमार मिश्र को सस्पेंड कर दिया है. इससे पहले कानपुर देहात के एसएसपी केशव चौधरी ने विनोद कुमार मिश्र को लाइन हाजिर किया था, डीजीपी मुकुल गोयल ने मामले का संज्ञान लिया और इसके बाद विनोद मिश्र सस्पेंड कर दिए गए.
समाजवादी पार्टी का हमला
वहीं इस मामले में समाजवादी पार्टी ने भी सरकार पर हमला किया है. समाजवादी पार्टी ने कहा है कि गोद में लिए बच्चे पिता पर भी बर्बर लाठीचार्ज है, UP में दमदार भाजपा सरकार है! कानपुर में पुलिसकर्मी द्वारा पिता और मासूम बच्चे की बेरहमी से पिटाई का वीडियो मुख्यमंत्री के जंगलराज की विचलित कर देने वाली तस्वीर है! दोषी पुलिसकर्मी पर हो कार्रवाई, केस दर्ज कर दिलाई जाए सजा.