उत्तर प्रदेश के कानपुर में नकली नोट छापे जाने का मामला सामने आया है. यहां पकड़े गए एक आरोपी से की गई पूछताछ में नकली नोट छापने के मामले में एक फौजी का भी नाम सामने आया है. पुलिस इस मामले की जानकारी सेना के अधिकारियों को दे रही है. अफसरों का कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है.
दरअसल, दो माह पहले घाटमपुर पतारा में पुलिस ने एक नाबालिग और उसके साथी विभु यादव को गिरफ्तार किया था. घाटमपुर पुलिस ने इस मामले में एक और व्यक्ति को अरेस्ट किया है. पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो नेटवर्क में एक फौजी के शामिल होने की जानकारी मिली. इसके बाद से पुलिस अधिकारियों ने जांच और तेज कर दी है. बताया जा रहा है कि फौजी जम्मू कश्मीर में तैनात है.
फिलहाल पुलिस फौजी की भूमिकी की जांच कर रही है. पुलिस सेना के अधिकारियों को भी मामले की सूचना दे रही है. बता दें कि 2 महीने पहले घाटमपुर पुलिस ने विभु यादव और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया था. दोनों के पास से 42 हजार रुपए की नकली करेंसी मिली थी. इसमें 100 के नोट बरामद हुए थे.
मामले को लेकर क्या बोले डीसीपी साउथ?
डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार ने कहा कि पुलिस को पता चला कि नाबालिग साइबर एक्सपर्ट है. उसने डार्क वेब का इस्तेमाल कर चीन से नोट छापने वाला महंगा कागज मंगवाया था. अब इस मामले में एक अन्य आरोपी अर्पित सचान की गिरफ्तारी होने के बाद से फौजी का नाम सामने आया है. पूछताछ में पता चला है कि फौजी कानपुर के एक गांव का मूल निवासी है. वह इस वक्त सीमा के किसी संवेदनशील क्षेत्र में तैनात है. पुलिस द्वारा रेजीमेंट को पत्र लिखकर भी सूचित किया है.