यूपी के कानपुर में एक पुलिसकर्मी पर आरोप है कि उसने नौकरी दिलाने के नाम पर महिला के साथ दुष्कर्म किया. पीड़िता का कहना है कि उसने इस संबंध में एफआईआर लिखवाई थी, लेकिन आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब उस पर एफआईआर वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है. ऐसे में विक्टिम का केस वह वकील लड़ने जा रही है, जो कभी दुष्कर्म का शिकार रह चुकी है.
पीड़िता ने बताया, 'सिपाही अविनाश गौतम से मेरी फेसबुक पर दोस्ती हुई थी. इसी दौरान उसने नौकरी लगवाने का झांसा दिया. वह इंटरव्यू दिलाने के बहाने एक होटल में ले गया. वहां सिपाही ने मेरे साथ रेप किया. इस दौरान उसने अश्लील वीडियो बनाकर धमकी दी कि यदि किसी को कुछ बताया तो इसे वायरल कर देगा.'
महिला का कहना है कि आरोपी सिपाही रायबरेली में कार्यरत है, लेकिन वीडियो वायरल की धमकी देकर वह कानपुर आकर कई बार दुष्कर्म कर चुका है. उसने 23 जून को इस मामले में एफआईआर लिखवाई थी. अब आरोपी उसे एफआईआर वापस लेने की धमकी दे रहा है. पुलिस से भी कोई मदद नहीं मिल रही है.
ऐसे में पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए बड़ी पहल महिला वकील ने की है. दस साल पहले डिप्टी एसपी अमरजीत शाही ने उसके साथ रेप किया था. इस मामले में अमरजीत शाही को दस साल की जेल हुई थी. वकील का कहना है, मुझे इस दर्द का पता है. पुलिस एफआईआर के बाद भी सिपाही को गिरफ्तार नहीं कर रही है. मैं इस पीड़िता का केस फ्री में लड़ूंगी.
बता दें कि पिछले एक साल में दस पुलिसकर्मियों रेप, छेड़छाड़ के मामले दर्ज हो चुके हैं. इन आरोपियों में सिपाही, दारोगा से लेकर सीओ तक शामिल हैं. अब ताजा मामला से हर कोई हैरान है.