मेरठ के कंकरखेड़ा में नेशनल हाइवे नंबर-58 पर कांवड़ियों ने जमकर बवाल काटा और सड़क को जाम कर दिया. कावंड़ियों का आरोप है कि दूसरे संप्रदाय के दो युवकों ने कांवड़ पर थूक दिया था. इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में ले लिया है.
कावंड़ियों के बवाल के बाद घंटों तक पुलिस-प्रशासन के अधिकारी उन्हें मनाने में जुटे रहे. घंटों की मशक्कत के बाद हाइवे पर जाम लगाने वाले कांवड़ यात्रियों को समझा-बुझाकर हटाया गया और जाम खुलवाया गया.
दरअसल, दिल्ली-देहरादून स्थित हाइवे पर राजस्थान के रहने वाले कांवड़ियों ने आरोप लगाया कि उनकी कांवड़ पर दो युवकों ने थूक कर कांवड़ को खंडित कर दिया है. आरोप था कि दोनों युवक दूसरे समुदाय के थे. उनमें से एक युवक को उन्होंने पकड़ भी लिया जबकि दूसरा फरार हो गया.
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और आरोपी युवक को हिरासत में लेकर चौकी ले आई, जिसके बाद कांवड़ियों ने चौकी पर पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया और युवक को उनके सुपुर्द करने की मांग करने लगे.
हंगामा इतना बढ़ गया कि कांवड़ियों ने चौकी में भी तोड़फोड़ कर दी. सूचना मिलते ही मेरठ के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने इस स्थिति को संभाला.
बड़ी तादाद में कांवड़ियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हाइवे पर जाम लगा दिया. आरोप है कि यहां पर उग्र कांवड़ियों ने एक गाड़ी में भी तोड़फोड़ कर दी. इसके अलावा पुलिस चौकी के बोर्ड को तोड़ दिया.
इसकी सूचना पर एसपी, एसएसपी और डीएम मौके पर फोर्स लेकर पहुंचे. एसपी सिटी विनीत भटनागर ने घंटों की मशक्कत की और उसके बाद जाम को खुलवाया.
एसपी की मानें तो कांवड़ियों को संदेह हुआ कि कोई उनकी कांवड़ को खंडित करना चाहता है जिसके बाद श्रद्धालुओं ने हंगामा खड़ा कर दिया.हालांकि, मौके पर पहुंची पुलिस ने संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में ले लिया और कहा कि जांच करने के बाद कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, एसएसपी मेरठ का कहना है कि पूरे मामले की सत्यता की जांच की जा रही है और सत्यता के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. जिलाधिकारी का भी कहना है कि कठोर कार्रवाई की जाएगी.
हालांकि, जिन कावंडियों की कांवड़ खंडित हुई है, उनके लिए दोबारा गंगाजल लाने की व्यवस्था की गई है. जिस व्यक्ति को पुलिस ने हिरासत में लिया है, वह व्यक्ति कौन है, कहां का है और उसकी मंशा क्या थी? इन तमाम चीजों की पुलिस अभी जांच कर रही है.