राजस्थान के करौली में हुई हिंसा के बाद से स्थिति जमीन पर सामान्य नहीं हुई है. अभी भी कर्फ्यू लगा हुआ है और पुलिस की तैनाती भी देखने को मिल रही है. इस बीच अब अजमेर के कलेक्टर ने शहरी, ग्रामीण इलाकों में धारा 144 लागू कर दी है. सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के ख़ुफ़िया रिपोर्ट के बाद यह कदम उठाया गया है.
अजमेर में लगी धारा 144
इस फैसले के बाद जिले में अब डीजे नहीं बजाया जा सकेगा. सार्वजनिक स्थानों, धार्मिक स्थानों, आमजन को प्रभावित करने वाले क्षेत्रों के लिए आदेश है. इस सब के अलावा धार्मिक चिन्हयुक्त झंडिया लगाने पर भी प्रतिबंध रहने वाला है. आदेश में ये भी बताया गया है कि कोटा, बीकानेर, जोधपुर ,अजमेर में भी धारा 144 लगाई गई है. अब करौली में वर्तमान स्थिति की बात करें तो प्रशासन द्वारा कर्फ्यू में दो घंटे की ढील जरूर दी गई है. दो घंटे सुबह और दो घंटे शाम को लोग जरूरी सामान लेने के लिए निकल सकते हैं. छात्रों को भी परीक्षा देने के लिए कर्फ्यू से छूट दी गई है.
पुलिस ने FIR में क्या बताया?
वैसे करौली हिंसा को लेकर पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIR में भी बड़े खुलासे किए गए हैं. दावा किया गया है कि जब हिंदू संगठनों द्वारा शोभा यात्रा निकाली गई थी, तब छतों से पथराव हुआ था. पुलिस शिकायत के मुताबिक सुनियोजित साजिश के तहत ये हमला किया गया था. करौली हिंसा में घायल कोतवाली थाने के एसएचओ रामेश्वर दयाल मीणा ने एक शिकायत दर्ज करवाई थी. उस शिकायत में उन्होंने बताया कि हिंदू संगठनों की रैली पुलिस सुरक्षा में शांतिपूर्ण चल रही थी. तभी अचानक से एक समुदाय के घर की छतों से पत्थरबाजी शुरू हो गई. पुलिस ने बीच बचाव किया, मगर लाठी डंडे लेकर आई भीड़ के हमले के बाद बाद बवाल बढ़ गया.
घटना वाले दिन क्या हुआ?
पुलिस ने इस बात की भी जानकारी दी है कि शोभा यात्रा के लिए पहले से मंजूरी ली गई थी. शोभा यात्रा वाले दिन मौके पर पुलिस भी मौजूद थी, लेकिन फिर भी एक समुदाय द्वारा पत्थरबाजी शुरू हुई और देखते ही देखते हिंसा बढ़ गई. इस घटना में 6 पुलिसकर्मी भी घायल हुए. इस घटना के बाद अभी तक पुलिस द्वारा 36 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है. जांच जारी है और आगे और भी गिरफ्तारियां होती दिख सकती हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि 2 अप्रैल को करौली में हिंसा हुई थी. नवसंवत्सर के दौरान क्षेत्र से जब मोटरसाइकिल रैली निकाली गई थी, तब शरारती तत्वों ने पथराव किया था और फिर कुछ दुकानों में भी आग लगा दी गई. करौली डीएम के मुताबिक जमीन पर स्थिति अभी भी सामान्य नहीं है और इसी वजह से कर्फ्यू जारी रखा गया है.