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यूपी: कासगंज में जमीन का फसाद बना दिया गया 'लव जिहाद', कैसे फंसा बीजेपी नेता, पढ़ें-पूरी कहानी

कासगंज में जो मामला लव जिहाद के नाम से उछाला जा रहा था, पुलिस की जांच और महिला के बयान पलटने के बाद वह हनी ट्रैप का केस निकला है. जांच में पता चला कि बीजेपी नेता जमीन के विवाद में मुस्लिम युवक को 'लव जिहाद' में फंसाना चाहता था. इसके लिए उसने दिल्ली से एक महिला को हायर किया था.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले का मामला
  • बीजेपी नेता और उसके दोस्त पर केस दर्ज

उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में कथित लव जिहाद का ऐसा मामला सामने आया, जिसने लोगों को हैरत में डाल दिया. एक महिला ने मुस्लिम युवक पर पहचान छिपाकर शादी का झांसा देकर रेप करने का आरोप लगाया था. इसके बाद 24 घंटे में उसी महिला ने बयान पलट दिया और पुलिस की जांच शुरू हुई तो जो तथ्य सामने आए, वे चौंकाने वाले थे.

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दरअसल, 15 जुलाई को दिल्ली की रहने वाली महिला कासगंज के गंजडुंडवारा पुलिस थाने पहुंची. वहां उसने कासगंज के कारोबारी प्रिंस कुरैशी के खिलाफ केस दर्ज कराया. महिला का आरोप था कि प्रिंस कुरैशी ने पहचान छिपाकर शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण किया. पुलिस के पास दर्ज एफआईआर में इस महिला ने कहा है कि प्रिंस कुरैशी ने उसे अपना नाम मोनू गुप्ता बताया था और प्रेम-प्रसंग में धोखा दे रहा था.

FIR के मुताबिक, प्रिंस कुरैशी और महिला लगातार वॉट्सएप चैट के जरिए संपर्क में थे. पीड़िता ने कहा कि प्रिंस कुरैशी ने वॉट्सएप कॉल कर उसे कासगंज बुलाया था और शादी का वादा कर उसके साथ रेप किया.

हिंदूवादी संगठनों ने एफआईआर के लिए किया था प्रदर्शन

आरोप है कि महिला की शिकायत पर पहले पुलिस ने FIR दर्ज नहीं की. मामला कथित लव जिहाद का था तो 16 जुलाई को थाने के बाहर कुछ हिंदूवादी संगठनों ने प्रदर्शन किया. हिंदूवादी संगठनों से जुड़े स्थानीय ठाकुर मनजीत सिंह ने इस घटना को लव जिहाद करार दिया और कहा कि हिंदू धर्म से जुड़ी महिला के साथ धोखा हुआ है और ऐसे में मामला दर्ज हो.

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आखिरकार पुलिस को पीड़िता की शिकायत पर FIR दर्ज की. एफआईआर के मुताबिक, 15 जुलाई को महिला गंजडुंडवारा पहुंची थी. उसे पता चला कि वह जिसके साथ प्रे- प्रसंग में है, उसका नाम मोनू गुप्ता नहीं, बल्कि प्रिंस कुरेशी है. इसी बात से नाराज होकर वह प्रिंस कुरैशी के दोस्त की लाल रंग की गाड़ी से उतरने लगी तो दोनों ने उसे उतरने नहीं दिया और उसके साथ यौन शोषण किया.

... और ऐसे सामने आया लाल रंग की गाड़ी का सच

महिला के बयान के बाद जब पुलिस ने प्रिंस कुरैशी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की तो जांच में सबसे पहले आरोपी के बयान दर्ज किए गए. पीड़िता के बयान में लाल गाड़ी का जिक्र था और पुलिस की जांच में लाल गाड़ी किसी गैरेज में पाई गई, जिसकी तस्दीक सीसीटीवी फुटेज के जरिए हुई है. इसमें पता चला कि उस गाड़ी में तकनीकी खराबी है. गंजडुंडवारा के वर्कशॉप में आज भी वह गाड़ी जस की तस खड़ी है. 'आजतक' के हाथ वह सीसीटीवी फुटेज लगा, जिसमें पीड़िता द्वारा दी गई शिकायत के दिन और समय पर वह गाड़ी गैरेज में ही खड़ी है.

प्रिंस कुरैशी

एफआईआर को 24 घंटे भी नहीं हुए थे कि अगले दिन कोर्ट में सीआरपीसी की धारा 164 के तहत पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान पलट दिया. महिला ने कहा कि उसके साथ रेप नहीं हुआ है. लव जिहाद की पूरी कहानी अदालत के सामने पलट गई और उसके बाद पुलिस की जांच शुरू हुई, तो उसमें अलग ही तथ्य सामने आने लगे. प्रिंस कुरैशी ने 'आजतक' से बातचीत की और बताया जिस महिला ने रेप का आरोप लगाया, उससे कभी मुलाकात ही नहीं हुई.

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अपनी सफाई में प्रिंस ने कहा, 'इसी महीने के पहले सप्ताह में इस लड़की ने फेसबुक पर मुझे रिक्वेस्ट भेजी थी, जिसे मैंने स्वीकार किया और उसने अपना नंबर भेजा. इस पर वॉट्सएप कॉल के जरिए उससे बात हुई, लेकिन न तो रिश्ते की बात हुई, न शादी की बात हुई और न ही कभी उससे मुलाकात हुई.' इन सब के बावजूद प्रिंस और उनके परिवार को भनक नहीं लगी कि उनके साथ हनी ट्रैप हो रहा है.

पुलिस ने महिला की कॉल डिटेल निकाली तो हैरान रह गए अधिकारी

अदालत के सामने महिला के बयान पलटते ही पुलिस ने जांच की दिशा भी बदली. इसके बाद महिला के कॉल डिटेल्स खंगाले गए. सीडीआर सामने आते ही इस कथित लव जिहाद के आरोपों की परतें खुलने लगीं. इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस से पता चला कि पीड़िता पिछले 24 घंटे में लगातार किसके साथ संपर्क में थी. इस महिला की कॉल डिटेल के मुताबिक, देर रात ही नहीं, बल्कि तड़के सुबह तक वह अमन नाम के लड़के के साथ फोन पर बात करती रही.

भाजपा नेता से पूरी रात बात करती थी युवक पर आरोप लगाने वाली महिला

इत्तेफाक देखिए कि अमन और आकाश वही लड़के हैं, जो इस महिला की शिकायत पर प्रिंस कुरैशी के खिलाफ एफआईआर लिखवाने के लिए न सिर्फ प्रदर्शन कर रहे थे, बल्कि दबाव भी डाल रहे थे. अमन चौहान कासगंज में सत्ताधारी दल भाजपा जिला युवा मोर्चा का जिला उपाध्यक्ष भी है.

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आखिर प्रिंस कुरैशी, अमन चौहान और इस महिला के बीच रिश्ता क्या है? महिला के कॉल डिटेल खंगाले गए तो पता चला कि कासगंज पहुंचने से पहले देर रात ही नहीं, बल्कि तड़के सुबह तक वह अमन चौहान के साथ फोन पर बात कर रही थी. यह दोनों लगातार पिछले कई दिनों से फोन के जरिए संपर्क में थे.

जमीन विवाद से जुड़ा है मामला

वहीं प्रिंस कुरैशी और अमन चौहान एक दूसरे को काफी लंबे समय से जानते हैं. एक ही इलाके में रहना, उठना, बैठना है. यहां तक कि अमन चौहान कई बार प्रिंस कुरैशी की गाड़ी भी चला चुका है. तो फिर दो दोस्तों के बीच रिश्ता इस मुकाम तक कैसे पहुंचा? इसकी वजह है जमीन का टुकड़ा. प्रिंस ने बताया कि उनके घर के पास जमीन के एक हिस्से को लेकर के प्रिंस का अपने चाचाओं के साथ मतभेद चल रहा था. अमन उनके चाचाओं के भी बेहद करीब था.

भाजपा नेता ने प्रिंस कुरैशी को दी थी चेतावनी
 
अपनी शिकायत में प्रिंस कुरैशी ने अपने चाचा मोहम्मद परवेज और मुबीन अंसारी के नाम का भी जिक्र किया है, जो अमन चौहान के करीबी थे और जमीन विवाद को लेकर जिनका प्रिंस कुरैशी के साथ मतभेद चल रहा था. प्रिंस ने बताया कि कुछ समय पहले ही अमन चौहान ने उसे जमीन की प्लॉटिंग करने से मना किया था और चेतावनी भी दी थी कि कि वह उन्हें अदालत की चौखट तक ले जाएगा.

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यानी आपसी लेनदेन और जमीन के एक टुकड़े को लेकर स्थानीय भाजपा नेता और प्रिंस कुरैशी के बीच खड़ा वाद विवाद एक षड्यंत्र में बदल गया. अमन चौहान के साथ-साथ हनी ट्रैप के द रियल लव जिहाद का षड्यंत्र रचने वाले दूसरे आरोपी का नाम आकाश सोलंकी बताया जा रहा है. महिला इस आकाश सोलंकी की रिश्तेदार है.

पुलिस की जनरल डायरी में गलत पाए गए युवक पर लगे आरोप

इस लव जिहाद के षड्यंत्र की जांच से जुड़े दस्तावेज 'आजतक' के हाथ लगे हैं. पुलिस की जनरल डायरी कहती है कि महिला के आरोप जांच में गलत पाए गए हैं, लेकिन जांच से पता चला है कि स्थानीय निवासी अमन चौहान और आकाश सोलंकी ने एक योजनाबद्ध तरीके से षड्यंत्र रचकर इस महिला के जरिए रेप, मारपीट व धमकी दिए जाने की झूठी घटना बनाकर एफआईआर दर्ज करवाई. इसी जांच के जरिए पुलिस ने इस झूठे मुकदमे को आधार बनाया और उसे आईपीसी की धारा 388, 389 और 120 बी में बदलते हुए आकाश सोलंकी और अमन चौहान के खिलाफ केस दर्ज कर लिया.

एएसपी बोले- प्रिंस कुरैशी को झूठे मुकदमे में फंसाने की हुई कोशिश

कासगंज के एडिशनल एसपी अनिल कुमार ने 'आजतक' की जांच पड़ताल पर मुहर लगाते हुए दो टूक कहा कि लव जिहाद के नाम पर अमन चौहान और महिला के रिश्तेदार आकाश सोलंकी ने झूठे मुकदमे में प्रिंस कुरैशी को फंसाने की कोशिश की. एडिशनल एसपी अनिल कुमार का कहना है कि विवेचना और साक्ष्यों के बाद तथ्य सामने आए हैं कि प्रिंस कुरैशी का अमन चौहान के साथ जमीनी विवाद था. इसके कारण इन्होंने प्रिंस कुरैशी को जेल भिजवाने के लिए एक झूठी कहानी बनाई.

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महिला आकाश सोलंकी की दूर की रिश्तेदार है. आकाश सोलंकी ने ही उसे दिल्ली से बुलवाया था. खुद पीड़िता ने अपने बयान में बताया है कि उसके साथ कोई घटना घटित नहीं हुई. इस घटना में दूसरे आरोपी और अमन के दोस्त आकाश सोलंकी ने भी धारा 161 के बयान के तहत कहा है कि उसने अमन चौहान के कहने पर ही ये झूठी कहानी बनाई और प्रिंस कुरैशी को फंसाने के षड्यंत्र में अहम भूमिका निभाई.

षड्यंत्र रचने के आरोप में फंसा पार्टी का नेता तो भाजपा ने झटका दामन

घटना के बाद जिले के बीजेपी अध्यक्ष केपी सिंह ने 'आजतक' से बातचीत करते हुए कहा कि घटना की जानकारी नेतृत्व को दे दी गई है और उससे संबंधित कार्रवाई जल्द की जाएगी. वहीं बीजेपी जिला अध्यक्ष ने कहा कि पीड़ित की मदद करने के लिए वह खुद सामने आए, ताकि किसी के साथ गलत न हो. जाहिर है पार्टी ने अमन को झटका दिया है.

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