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जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में आतंकवादियों ने सोमवार शाम एक कश्मीरी पंडित पर फायरिंग कर दी. घायल को गंभीर हालत में श्रीनगर के आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे सुरक्षाबलों ने इलाके में नाकाबंदी कर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक, दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले चित्रागाम में सोमवार शाम आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडित सोनू कुमार बलजी पर फायरिंग कर दी. इस हमले में बलजी को तीन गोलियां लगी हैं. गंभीर हालत में घायल को श्रीनगर के अस्पताल इलाज के लिए ले जाया गया है.
पेशे से मेडिकल स्टोर संचालक सोनू कुमार बलजी ने कश्मीर से पंडितों के विस्थापन के दौरान भी घाटी नहीं छोड़ी थी. बलजी पिछले 30 साल से कश्मीर में रह रहे थे.
इसके अलावा घाटी में पिछले 24 घंटों के दौरान आतंकवादियों ने 7 लोगों को गोली मारी है. इन घटनाओं में पुलवामा में 4 गैरस्थानीय मजदूर, श्रीनगर में 2 सीआरपीएफ जवान और अब शोपियां में एक कश्मीरी पंडित को गोली मारी है.
इस मामले को लेकर जम्मू कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता ने कहा है कि एक बार फिर डर का माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है ताकि कश्मीरी पंडित घाटी में वापस न आ सकें.
बचे-खुचे कश्मीरी पंडित को भगाने का एजेंडा: एसपी वैद्य
कश्मीरी पंडित पर हमले की घटना को लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी एसपी वैद्य का कहना है कि यह हार्ड कोर इस्लामिक एजेंडा है ताकि पूरी तरह से कश्मीरी पंडितों को घाटी से पलायन कराया जाए यानी बचे-खुचे कश्मीरी पंडित को भी भगाया जाए. इसके एक दिन पहले भी घाटी में इसी एजेंडे के तहत गैर स्थानीय मजदूरों पर भी हमला किया गया था.
उन्होंने कहा कि धारा 370 हटाने के बाद भी अगर पंडितों को हम घाटी में नही बसा पाए तो यह बहुत बड़ी विफलता सिद्ध होगी. केंद्र और राज्य सरकार को एक सोच-समझकर एक मास्टर प्लान बनाना चाहिए ताकि कश्मीरी पंडितों को वहां बसाया जा सके.