केरल के पथानामथिट्टा में दो महिलाओं की बलि देने के मामले में पुलिस ने कपल समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया . महिलाओं की बलि इसलिए दी गई, ताकि घर में धन और संपत्ति आ जाए. पहले महिलाओं की गला रेतकर हत्या की गई, इसके बाद उनके शरीर को टुकड़ों में काटा गया फिर उन्हें दफना दिया गया. महिलाओं के खून को घर की दीवारों और फर्श छिड़का गया, ताकि पाप खत्म हो जाएं और घर में धन और संपत्ति आ जाए.
पुलिस के मुताबिक, दोनों महिलाएं सड़कों पर लॉटरी टिकट बेचती थीं. दोनों की बलि आरोपी कपल ने वित्तीय समस्याओं से निपटने और अपने जीवन में समृद्धि लाने के लिए दी. बताया जा रहा है कि आरोपी मोहम्मद शफी ने ही आरोपी कपल से महिलाओं की बलि देने के लिए कहा था, ताकि उनके घर में धन और संपत्ति आ जाए. इसके बाद कपल ने एक-एक कर दोनों महिलाओं की गला रेतकर हत्या की. इसके बाद शवों को दफना दिया. पुलिस ने दोनों महिलाओं के शवों को बरामद कर लिया.
फेक प्रोफाइल बनाकर किया था संपर्क
पुलिस के मुताबिक, आरोपी मोहम्मद शफी ने करीब 1.5 साल पहले फेसबुक पर श्रीदेवी नाम से प्रोफाइल बनाकर भगवल सिंह से संपर्क किया. उसने भगवल सिंह से कहा कि वह जाकर रशीद नाम के शख्स से मिले. रशीद जैसा कहेगा, अगर भगवल सिंह वैसा करेगा, तो उसके घर में धन और संपत्ति आ जाएगी. पुलिस को जांच में पता चला है कि रशीद और कोई नहीं बल्कि मोहम्मद शफी ही था.
इसके बाद भगवल सिंह और उसकी पत्नी लैला ने रशीद (मोहम्मद शफी) से मुलाकात की. शफी ने कपल को बताया कि वे मानव की बलि देते हैं, तो उनके घर में पैसा आ जाएगा. इसके बाद जून में रोसेलिन नाम की महिला लापता होती है. मोहम्मद शफी उसे बहला फुसलाकर पथानामथिट्टा लाया. यहां भगवल सिंह और उसकी पत्नी लैला ने रोसेलिन की गला रेतकर हत्या कर दी. इसके बाद महिला के शव को दफना दिया गया.
इसके कुछ दिन बाद भगवल सिंह ने फिर रशीद से संपर्क किया और पूछा कि बलि देने से उन्हें कोई लाभ नहीं मिला है. इस पर रशीद ने कहा कि कुछ पाप और बाकी रह गया है, इसलिए एक और बलि देनी होगी. इसके बाद कपल पद्मा नाम की महिला को पथानामथिट्टा लाए. उसकी हत्या कर उसे भी दफना दिया. पुलिस ने 11 अक्टूबर को दोनों के शवों को बरामद कर लिया.
कैसे खुला राज?
जिन दो महिलाओं की बलि दी गई, उनमें से एक जून से जबकि दूसरी सितंबर से लापता थी. दोनों के परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस के पास दर्ज कराई थी. पुलिस जब दोनों के लापता होने के केस में जांच कर रही थी तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. पुलिस को पता चला कि पद्मा को मोहम्मद शफी उसके घर से लेकर आया था. पुलिस ने जब शफी को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो यह राज खुल गया. इसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने इस घटना पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि पथानामथिट्टा में मानव बलि के मामले के बारे में सुनकर स्तब्ध और दुखी हूं. धार्मिक रीतियों के नाम पर इस तरह की क्रूरता एक आधुनिक, सभ्य समाज में अकल्पनीय है.