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कोलकाता कांड: पुलिस का सिविक वॉलंटियर गिरफ्तार, धरने पर बैठे डॉक्टर को नशे में मारी टक्कर

Kolkata Rape Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के विरोध में जूनियर डॉक्टरों के धरना प्रदर्शन लगातार चल रहा है. इसी बीच शुक्रवार की रात करीब 2 बजे कोलकाता स्थित रविंद्र भारती यूनिवर्सिटी के पास चल रहे धरने के बीच पुलिस का एक सिविक वॉलंटियर बाइक लेकर पहुंच गया.

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ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के विरोध में जूनियर डॉक्टरों के धरना प्रदर्शन लगातार चल रहा है.
ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के विरोध में जूनियर डॉक्टरों के धरना प्रदर्शन लगातार चल रहा है.

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के विरोध में जूनियर डॉक्टरों के धरना प्रदर्शन लगातार चल रहा है. इसी बीच शुक्रवार की रात करीब 2 बजे कोलकाता स्थित रविंद्र भारती यूनिवर्सिटी के पास चल रहे धरने के बीच पुलिस का एक सिविक वॉलंटियर बाइक लेकर पहुंच गया. वो नशे में बुरी तरह धुत था. उसने अपनी बाइक से एक जूनियर डॉक्टर को टक्कर मार दी. 

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इसके बाद पुलिस ने बिना किसी कार्रवाई के उसे जाने दिया. इससे नाराज डॉक्टरों ने आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर 5 घंटे तक बीटी रोड जाम रखा. तब जाकर हरकत में आई पुलिस ने आरोपी सिविक वॉलंटियर को गिरफ्तार किया है. प्रदर्शन कर रहे छात्रों में से एक ने बताया कि घटना के समय आरोपी नशे में था, जब शहर के उत्तरी हिस्से में विश्वविद्यालय के पास सिंथी क्रॉसिंग पर बी टी रोड पर यह घटना हुई.

आंदोलन कर रहे छात्रों ने करीब पांच घंटे तक मुख्य सड़क को जाम कर दिया. उनका आरोप है कि एक ट्रैफिक सार्जेंट ने सिविक वॉलंटियर को मौके से भागने में मदद की थी. उनकी मांग है कि आरोपी के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाए. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. हमने उसकी ड्यूटी से हटा दिया गया है.''

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लेडी डॉक्टर रेप-मर्डर केस में सीबीआई कई एंगल से जांच कर रही है. सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसी ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि डॉक्टर का शव मिलने के बाद पुलिस को 40 मिनट देरी से क्यों सूचित किया गया. इसकी भी जांच की जा रही है कि क्या डॉक्टर के शव के मिलने और क्राइम सीन पर पुलिस के पहुंचने के बीच अस्पताल के अधिकारियों की ओर से अपराध को छिपाने का प्रयास किया गया था.

कोलकाता पुलिस की जांच के अनुसार, डॉक्टर का शव 9 अगस्त की सुबह 9:30 बजे बरामद किया गया था. लेकिन पुलिस स्टेशन को पहली कॉल 40 मिनट बाद सुबह 10:10 बजे मिली. आरजी कर मेडिकल कॉलेज और ताला पुलिस स्टेशन के बीच एक किमी की दूरी है, जो महज चार मिनट में तय की जा सकती है. इसके बावजूद पुलिस को घटनास्थल पर पहुंचने में एक घंटे से अधिक का समय लग गया, जो कि एक बड़ी चूक के रूप में देखा जा रहा है.

इस तरह शव मिलने और क्राइम सीन को सील करने के बीच एक घंटे की देरी हो गई. यही वजह है कि वहां भीड़ एकत्र हो गई, जिसकी वजह से क्राइम सीन के साथ छेड़छाड़ हो गई. सीबीआई पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की सीडीआर की जांच कर रही है, ताकि पता चल सके कि उनकी ओर से कोई हस्तक्षेप हुआ है या नहीं. उन्हें शुक्रवार को रिकॉर्ड 14वीं बार पूछताछ के लिए बुलाया गया. सीबीआई ने ताला थाना प्रभारी से भी पूछताछ की है.

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