उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में बुधवार को 2 सगी दलित बहनों के शव पेड़ से लटके हुए मिले. इस रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना ने कुछ साल पहले हुए सम्भल, बदायूं और बहराइच में हुए हत्याकांड की याद दिला दी है. प्रदेश के सम्भल जिले में भी 19 और 18 साल की दो सगी बहनों के शव पेड़ पर फांसी के फंदे पर लटकते हुए मिले थे. यही नहीं, बदायूं में भी दो चचेरी बहनों के लाशों को पेड़ से लटका पाया गया था और बहराइच में भी दो बहनों के शव पेड़ से झूलते मिले थे.
लखीमपुर खीरी: जिले में निघासन थाना इलाके के तमोलीन पुरवा गांव में बुधवार को 2 दलित सगी बहनों के शव पेड़ पर लटके मिलने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है. बुधवार दोपहर लड़कियों का अपहरण हुआ था, जिसके कुछ देर बाद नजदीकी गन्ने के खेत में लगे एक पेड़ से दोनों के मृत शरीर झूलते मिले.
मृतक लड़कियों की मां ने बताया, वह अपनी 15 साल और 17 साल की दो बेटियों के साथ घर के बाहर बैठी हुई थी. इसी बीच जब वह घर के अंदर गई, तभी मौके पर बाइक सवार 3 युवक पहुंच गए. उन तीन में से दो लड़कों ने उनकी बेटियों को घसीटकर बाइक पर बैठा लिया और दोनों को लेकर मौके से फरार हो गए. उसके बाद लड़कियों के शव पेड़ से लटके हुए मिले. मृतक नाबालिगों की मां का कहना है कि तीनों युवक लालपुर गांव के रहने वाले हैं.
बदायूं: साल 2014 में यूपी के बदायूं जिले के कटरा सदातगंज गांव में 12 और 14 साल की दो दलित चचेरी बहनों के शव आम के पेड़ से लटके हुए पाए गए थे. 27 मई की रात जब शौच के लिए खेत की ओर जा रही थीं, आरोप लगा कि बलात्कार के बाद उनकी हत्या कर लाशें पेड़ पर लटका दी गई थीं. इस घटना के बाद पूरे देश में उबाल आ गया था. इस मामले में जमकर राजनीति भी हुई थी. एक समाज के लड़कों पर नाबालिगों से बलात्कार किए जाने के आरोप लगे थे. इस मामले में सीबीआई जांच के आदेश हुए. इसके बाद जांच रिपोर्ट में बताया गया कि ये मामला ऑनर किलिंग का था.
बहराइच: जिले के कोतवाली नानपारा क्षेत्र अंतर्गत चंदनरपुर गांव में पेड़ पर फांसी के फंदे पर झलूती दो बहनों की लाशें मिलने पर लोगों की आंखे फटी रह गई थीं. दोनों बहनों की उम्र 21 वर्ष और 19 वर्ष साल की थी. सामने आया था कि दोनों बहनों ने अपने भाई और भाभी के खराब व्यवहार से तंग आकर आत्महत्या की थी.
सम्भल: साल 2019 में सम्भल के गुन्नौर इलाके के ढूमना दीपपुर गांव के किसान रामवीर की बेटी कविता (21) और सीमा (19) एक शाम अचानक से घर से गायब हो गई थीं. उनके घरवाले देर रात तक अपनी बेटियों को खोजने का प्रयास करते रहे थे. लेकिन दोनों लड़कियों का कुछ पता नहीं चल सका था. फिर गायब होने के अगली सुबह दोनों सही बहनों के शव पेड़ पर फांसी के फंदे पर लटके हुए मिले थे. जिसके बाद से इस मामले ने खूब तूल पकड़ा था.
अमरोहा: साल 2016 में अमरोहा जिले में दनगली के निचली झुंडी गांव में भी दो नाबालिग बहनों के शवों को पेड़ से लटकता पाया गया था. 12 और 9 साल की दोनों बहनें गांव के नजदीक अपने खेत पर स्थित बोंगे से भूसा लेने गई थीं. दोपहर में जब गांव के दूसरे बच्चे जब खेत के पास खेलने के लिए पहुंचे तो उन्होंने दोनों बहनों की लाशों को आम के पेड़ पर लटकते हुए देखा था. बच्चों की चीख-पुकार से वहां काफी ग्रामीण जमा हो गए थे. परिजनों ने शवों को उतारकर बगैर देरी किए गंगा घाट ले जाकर अंतिम संस्कार भी कर दिया. बाद में पुलिस को मामले की जानकारी मिली थी तो परिवार का पुलिस से कहना था कि लड़कियों ने आत्महत्या की है.