राजधानी लखनऊ में अपराध का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है और आए दिन कहीं न कहीं हत्या की खबर सामने आ रही है. बढ़ते अपराध की वजह से राजधानी में कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं. नया मामला लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र का है, जहां पर दिनदहाड़े फायरिंग कर एक हिस्ट्रीशीटर की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
पीजीआई थाना क्षेत्र में स्कार्पियो सवार बदमाशों ने एक हिस्ट्रीशीटर की गोली मारकर हत्या कर दी. बदमाशों ने कई गोली हिस्ट्रीशीटर के पेट में मारी. मृतक की शिनाख्त दुर्गेश यादव के नाम से की गई है जो लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र के अंतर्गत वृंदावन सेक्टर- 12 में किराए के सचिवालय कर्मी के मकान में रहता था और मूलत: गोरखपुर का रहने वाला था.
नौकरी दिलवाता था दुर्गेश
जब गोलियां चल रही थीं तभी किसी ने डायल 112 पर फोन करके सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने गंभीर रूप से घायल दुर्गेश को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस पूर्वी, चारू निगम ने बताया कि जिस मकान में दुर्गेश यादव रहता था. वह मकान सचिवालय कर्मी का है और यहीं पर मृतक दुर्गेश बिना रेंट एग्रीमेंट के 4 लोगों के साथ रहता था. जांच में पाया गया कि घर में कई लोगों के डॉक्यूमेंट्स, फोटोज और मार्कशीट मिले हैं. पूरे उत्तर प्रदेश से लाकर डॉक्यूमेंटस यहां पर रखे गए थे.
जांच में यह भी पता चला कि ये लोग पैसे लेकर सचिवालय और अन्य सरकारी जगहों पर नौकरी दिलाने का काम किया करते थे, जो कि फर्जी प्रतीत हो रहा है. दुर्गेश यादव कल गोरखपुर से रात में चला था और आज सुबह यहां पीजीआई के वृंदावन सेक्टर- 12 पहुंचा था.
कुछ देर बाद मनीष और पलक नाम की एक लड़की उसके यहां आते हैं. दोनों में लेन-देन को लेकर कुछ वाद विवाद होता है और बहस मारपीट में तब्दील हो जाती है और उसी दौरान गोली चल जाती है.
गोरखपुर के गोला का रहने वाला
पुलिस ने यह भी उजागर किया कि मृतक दुर्गेश गोरखपुर के गोला के पुरवा थाना क्षेत्र का रहने वाला था और एक हिस्ट्रीशीटर था जो लूटपाट किया करता था. मौके से पुलिस को मृतक दुर्गेश के पास से उसके नाम का एक प्रेस का आईडी कार्ड भी मिला, जिसमें ब्यूरो लिखा गया है.
छानबीन के दौरान पुलिस को घटनास्थल से कुछ साक्ष्य भी मिले हैं, जिसे पुलिस ने एविडेंस के तौर पर रख लिया है. हालांकि पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है और छानबीन में जुटी है.