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लखनऊ: कालाबाजारी करने वालों पर एक्शन, 24 घंटे में 225 सिलेंडर बरामद, 10 की गिरफ्तारी

अब इस बीच लखनऊ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. कई जगहों पर छापेमारी कर 24 घंटे में 225 सिलेंडर बरामद किए हैं, वहीं 10 लोगों की गिरफ्तारी भी हो गई है.

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लखनऊ पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई
लखनऊ पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई
स्टोरी हाइलाइट्स
  • लखनऊ पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई
  • कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ एक्शन
  • 225 सिलेंडर बरामद, 10 की गिरफ्तारी

उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले जरूर थोड़े कम होते दिखे हैं, लेकिन कालाबाजारी करने वालों के हौसले अभी भी बुलंद हैं. प्रशासन की तरफ से कई बार दी जा चुकीं चेतावनियों का भी कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है. ऑक्सीजन सिलेंडर से लेकर रेमडेसिविर इंजेक्शन तक, हर जरूरी चीज को महंगे दाम में बेचा जा रहा है. अब इस बीच लखनऊ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. कई जगहों पर छापेमारी कर 24 घंटे में 225 सिलेंडर बरामद किए हैं, वहीं 10 लोगों की गिरफ्तारी भी हो गई है.

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लखनऊ पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई

ऑक्सीजन की कमी से उखड़ती सांसों में पैसा कमाने वालों पर लखनऊ पुलिस ने बीते 24 घंटे के अंदर ताबड़तोड़ कार्रवाई की है. 24 घंटे में लखनऊ पुलिस ने गुडंबा जानकीपुरम नाका गोमती नगर विस्तार इलाके से 225 सिलेंडर बरामद कर 10 मुनाफाखोरों को गिरफ्तार किया है. सबसे बड़ी बरामदगी, बीती रात जानकीपुरम इलाके से पुलिस ने की जहां पर एक ही घर से 115 ऑक्सीजन सिलेंडर बरामद हुए हैं. बताया जा रहा है मड़ियाव की सीतापुर योजना में रहने वाले करण भारद्वाज और नेकराम एक-एक ऑक्सीजन सिलेंडर ₹35000 में बेच रहे थे. पुलिस ने दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार किया है

24 घंटे में  225 सिलेंडर बरामद

इसके बाद सबसे बड़ी बरामदगी गुडंबा पुलिस ने की जब उन्होंने बालाजी जीवन दायिनी गैस एजेंसी के मालिक विष्णु और उसके नौकर विकास को गिरफ्तार किया. उन दोनों के पास से पुलिस को छोटे-बड़े मिलाकर 87 सिलेंडर बरामद हुए हैं. दरअसल पुलिस ने बीते 1 सप्ताह में ऑक्सीजन सिलेंडर सप्लाई करने वाले तमाम लोगों के नंबर सर्विलांस पर लिए थे. जिसके बाद से पुलिस ने संदिग्धों से पूछताछ शुरू की तो तमाम इलाकों से कालाबाजारी करने वालों पर शिकंजा कसा जाने लगा. इससे पहले लखनऊ पुलिस ने कैसरबाग अमीनाबाद गोमती नगर मानकनगर और नाका इलाके से रेमडेसिविर इंजेक्शन के नाम पर नकली इंजेक्शन बेचने वालों पर भी शिकंजा कसा था. तब पुलिस ने 18 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
 
एक तरफ ऑक्सीजन की कमी तो दूसरी तरफ ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी लोगों की मुश्किलों को बढ़ा रही है. लोगों को राहत देने के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाई जा रही है, लेकिन अभी भी ऑक्सीजन सेंटर्स के बाहर लोगों का हुजूम देखने को मिल रहा है. आज भी लोग घंटों लाइन में लग एक सिलेंडर पाने की आस में खड़े हैं. ऐसी टूटती सांसों के बीच कालाबाजारी करने वाले मुनाफा तलाश रहे हैं, कालाबाजारी कर रहे हैं. (रिपोर्ट- संतोष कुमार)
 

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