उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का मलिहाबाद आम की वैरायटी और स्वाद के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है. यहां बड़े पैमाने पर सैकड़ों किस्म की आम की प्रजाति पाई जाती है. यहां की 'मलिहाबादी दशहरी' विश्व प्रसिद्ध है. लेकिन शुक्रवार को मलिहाबाद का इलाका गोलियों की गूंज से दहल उठा. यहां एक के बाद एक तीन लोगों की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई. 70 साल के एक बुजुर्ग बदमाश ने अपने ही रिश्तेदारों को मौत के घाट उतार दिया. वजह सिर्फ तीन बीघे जमीन है, जिस पर कब्जे की लड़ाई ने अपनों का ही खून बहा दिया. इस हत्याकांड की सीसीटीवी फुटेज सामने आई है, जिसमें हत्यारोपी बेखौफ होकर अपनी रायफल से फायरिंग करता हुआ दिख रहा है. पुलिस वारदात में शामिल आरोपियों की तलाश कर रही है.
सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि मुख्य आरोपी लल्लन खान उर्फ गब्बर खान जो कि एक हिस्ट्रीशीटर है, पहली गोली चलाता है. इसके बाद एक शख्स जमीन पर गिर पड़ता है. इसके तुरंत बाद लल्लन का बेटा सिराज अपने बाप के हाथ से टेलीस्कोपिक गन खुद थाम लेता है. घर के दरवाजे पर जाकर दूसरी गोली चलाता है. इसके बाद भी वो नहीं रुकता है. रायफल को फिर से लोड करता है. एक और फायर करता है. तीसरी गोली से अपना तीसरा शिकार करता है. इस तरह दोनों बाप-बेटे मौके पर तीन लाशें बिछाने के बाद अपनी थार गाड़ी को लेकर तेजी से फरार हो जाते हैं. फायरिंग से पहले लल्लन और उसके रिश्तेदार के बीच तीखी बहस होती है, लेकिन थोड़ी गर्मागर्मी के बाद खूनी हत्याकांड को अंजाम दे दिया जाता है.
इसी बीच शनिवार को भारी सुरक्षा के बीच तीनों शवों का पोस्टमार्टम लखनऊ मेडिकल कॉलेज में कराया गया. डॉक्टरों के एक पैनल ने पोस्टमार्टम किया है, जिसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई है. इसके बाद तीनों शवों को मलिहाबाद भेजा दिया गया, जहां उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा.
हिस्ट्रीशीटर है 70 साल का हत्यारोपी, रह चुका है छंटा हुआ बदमाश
लखनऊ ट्रिपल मर्डर केस का मुख्य आरोपी लल्लन खान है. उसकी उम्र 70 साल है. उसके खिलाफ दो दर्जन से अधिक केस दर्ज हैं. वो अपने दौर का छंटा हुआ बदमाश रह चुका है. 80 के दशक में उसकी तूती बोलती थी. वो घोड़े से चलता था और खुद को गब्बर सिंह कहलाना पसंद करता था. साल 1985 में उसके घर कई हथियार बरामद हुए थे. उन असलहों को एक दरी पर रखकर उसके साथ एक फोटो खींची गई थी.
पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इतने मुकदमे होने के बावजूद लल्लन खान का लाइसेंस कैसे बना और लगातार रिन्यू कैसे हो रहा था. इतना ही नहीं लल्लन खान के दो बेटे पोलैंड में रहते हैं. उसका भी पासपोर्ट बना हुआ है. वो किन परिस्थितियों में बना है. लखनऊ पुलिस की टीम इस बात की भी जांच कर रही है. कुल मिलाकर, इस पूरे मामले में पुलिस और प्रशासन की लापरवाही साफ नजर आ रही है.
जमीन की पैमाईश के लिए पहुंचे लेखपाल को लेकर हुई थी कहासुनी
पुलिस आयुक्त ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच जमीनी विवाद एसडीएम कोर्ट में चल रहा था. लेकिन कोर्ट में प्रकरण खारिज होने के बाद पैमाईश करने के लिए लेखपाल गए थे. पैमाइश की सूचना पुलिस को नहीं दी गई थी. इनके बीच पहले विवादित जमीन पर विवाद हुआ. इसके बाद वो लोग फरीद के घर चले आए. वहां उनके बीच एक बार फिर इसी विवाद को लेकर कहासुनी हुई.
इसके बाद हिस्ट्रीशीटर लल्लन खान और उसके बेटे फराज ने फरीद की पत्नी फरीन, बेटे हम्जला, और भाई ताज की हत्या कर दी. इस खौफनाक वारदात को अंजाम देने के बाद लल्लन, फराज, ड्राइवर अशरफी और फुरकान वहां से भाग निकले. शुक्रवार की देर शाम पुलिस ने अशरफी को गिरफ्तार कर लिया है. इस वारदात में इस्तेमाल की गई कार और लाइसेंसी रायफल बरामद कर ली गई है.
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सलमान और लल्लन के बीच जमीन विवाद, कीमत फरीद ने चुकाई
डीसीपी राहुल राज ने बताया कि पीड़ित पक्ष के फरीद के दो रेस्टोरेंट हैं. वो प्रॉपर्टी डीलर का भी काम करता है. इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर लल्लन खान रिश्ते में उसका चाचा है. मोहम्मद नगर के पास ही मीठे नगर में करीब पौने तीन बीघा जमीन है. इस जमीन को लेकर दुबग्गा के रहने वाले लल्लन और तैयब में मुकदमा चल रहा था. तैयब लंदन में रहता है.
तैयब ने अपने चचेरे भाई सलमान खान को अपनी जमीन की पावर ऑफ अटॉर्नी दे रखी है. फरीद इस जमीन का सह खातेदार है. यही वजह है कि पैमाइश के लिए पहुंच लेखपाल ने उनको भी वहां आने के लिए कहा था. इसी बात से लल्लन नाराज था. पैमाइश के दौरान जमीन पर पहले सलमान और लल्लन के बीच बहस हुई थी. उसकी वक्त फरीद भी वहां पहुंच गया था.
पूर्व डीजीपी बृजलाल ने बताई हिस्ट्रीशीटर लल्लन की क्राइम कुंडली
लखनऊ के तत्कालीन एसपी सिटी और यूपी पूर्व डीजीपी बृजलाल ने हिस्ट्रीशीटर लल्लन खान उर्फ गब्बर सिंह की क्राइम कुंडली बताई है. उनके मुताबिक, साल 1985 में लखनऊ के चौक इलाके में स्थित उसके घर पर जब पुलिस ने दबिश दी, तो वहां हथियारों का जखीरा देखकर सभी हैरान रह गए थे. उसके घर से बड़े पैमाने पर लाइसेंसी और गैर-लाइसेंसी हथियार मिले थे.
सबसे ज्यादा हैरानी वाली बात ये थी कि लल्लन खान ने एक ही लाइसेंस पर कई हथियार खरीद रखे थे. पूर्व डीजीपी बृजलाल ने बताया कि लल्लन हथियारों का शौकीन रहा है. उसके घर से 30 माउजर बरामद भी हुई थीं. पुलिस ने उसके घर में दरी बिछाकर उस पर सारे असलहे रखकर लल्लन के साथ एक तस्वीर भी खिंचवाई थी, जो उस वक्त हर अखबार में छपी थी.