चुनावी रंजिश के चलते भिंड के डोंगरपुरा गांव में दलितों के झोपड़ी में आगजनी की वारदात को अंजाम देने के साथ ही दलित परिवारों के साथ मारपीट की घटना सामने आई है. इस मामले में बरोही थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. घटना शुक्रवार की है.
दरअसल, शुक्रवार 17 नवंबर को मध्य प्रदेश में मतदान हुआ था. मतदान के बाद भिंड की अटेर विधानसभा के डोंगरपुरा गांव में जानी जाटव के घर के बाहर बनी झोपड़ी में गांव के ही कुछ दबंग लोगों ने आग लगा दी थी. जानी जाटव के पड़ोस में रहने वाले केशव जाटव और उसके परिवार के साथ भी मारपीट की गई थी. केशव जाटव और जानी जाटव ने मारपीट का आरोप गांव के ही अरविंद समेत अन्य दबंग लोगों पर लगाया था.
पीड़ित ने आरोप लगाया कि अटेर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी अरविंद भदौरिया को जब बूथ कैप्चर करने से रोका गया तो उन्होंने वारदात को अंजाम दिया. इस मामले में पुलिस द्वारा जब एफआईआर दर्ज नहीं की गई तो दलित समाज के लोग बरोही थाने पहुंच गए. इस बात की जानकारी जब अटेर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे को मिली तो वह भी बरोही थाने पहुंच गए और एफआईआर दर्ज करने की मांग करने लगे. जिसके बाद बरोही थाने में अरविंद और राजकुमार समेत 8 आरोपियों के खिलाफ धारा 147 148 149 452 435 294 323 और एससी एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
जानी जाटव ने कहा कि विधानसभा चुनाव में डोंगरपुरा गांव के दबंग ठाकुर मंत्री अरविंद भदौरिया के लिए डंप करना चाहते थे. हमने ऐसा नहीं होने दिया. इस वजह से उन्होंने दलितों के घर पर हमला कर दिया. मारपीट कर अपमानित किया गया और घर में आग लगा दी गई. आरोपी अंबेडकर की मूर्ति तोड़ना चाहते थे, लेकिन मैं दरवाजे पर अड़ गया तो दबंगों ने मुझसे और पत्नी से मारपीट की.
कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे ने लगाया आरोप
कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे ने कहा कि दबंग लोगों ने अनुसूचित जाति के लोगों के ऊपर हमला किया. उनके ट्रैक्टर बाइक जला दिए गए. घर के अंदर घुसकर मारपीट की गई. मुझे पता लगा तो मैं सीधे थाने आ गया. मैंने कहा कि जब तक एफआईआर नहीं होगी थाना नहीं छोडूंगा.
एएसपी संजीव पाठक ने कहा कि मतदान के उपरांत कुछ लोगों द्वारा जानी की मड़ैया को जला दिया गया था. उसी को लेकर मारपीट हुई थी. जांच के दौरान पाया गया कि कुछ लोगों द्वारा आपसी रंजिश को लेकर यह सब किया गया है. मामला दर्ज कर लिया गया है.