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मध्य प्रदेश: शख्स ने अपनी जमीन पर बने मंदिर में ‘दलितों’ की एंट्री पर लगाई रोक, हुआ गिरफ्तार

मध्य प्रदेश के धार में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक शख्स ने अपनी जमीन पर बने मंदिर में दलितों के प्रवेश पर बैन लगा दिया. मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.

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पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

मध्य प्रदेश के धार जिले में स्थित एक गांव के निजी मंदिर में कथित तौर पर ‘दलितों का मंदिर में आना सख्त मना है’ वाला बोर्ड लगाने के सिलसिले में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया है. यह मंदिर आरोपी शख्स की जमीन पर बना था. 

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अपनी जमीन पर बनाया है मंदिर

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना बुधवार को जिला मुख्यालय से लगभग 120 किलोमीटर दूर कुक्षी तहसील के अंतर्गत लोहरी गांव में हुई. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पाटीदार ने बताया कि प्रह्लाद विश्वकर्मा नाम के व्यक्ति ने अपनी जमीन पर एक मंदिर बनाया है और उसके पास एक बोर्ड लगा दिया है. इस बोर्ड में लिखा है कि पूजा स्थल सार्वजनिक संपत्ति नहीं बल्कि निजी संपत्ति है.

लगाया था दलित विरोधी बोर्ड

पाटीदार ने कहा, 'दलितों के मंदिर में प्रवेश करने पर सख्त मनाही है.' पाटीदार ने बताया कि दलित समुदाय के सदस्यों और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने "प्रतिबंध" के विरोध में मंदिर के पास धरना दिया. एएसपी ने बताया कि सूचना मिलने पर कुक्षी पुलिस हरकत में आई और मौके पर पहुंची और शांति स्थापित करने के लिए प्रदर्शनकारियों से बातचीत की. 

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उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा पर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया और गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अधिकारी ने कहा, आरोपी ने बाद में अपने कृत्य के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और बोर्ड को हटा दिया.

शिवपुरी से आया था ये मामला

आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के बरखड़ी गांव में भी कुछ दिन पहले दलित उत्पीड़न का मामला सामने आया था. यहां दो दलित युवकों को प्रताड़ित करने के आरोप में 7 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. आरोपियों ने वन विभाग की कीमती 20 बीघा जमीन पर कब्जा कर रखा था. मध्य प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इस घटना को लेकर चुप्पी साधने पर कांग्रेस को घेरा था और तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया था.

 

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