मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में हुई भगदड़ की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग शुक्रवार को प्रयागराज पहुंचा. आयोग के सदस्यों ने संगम नोज स्थित घटनास्थल का दौरा किया. इस पैनल की अध्यक्षता इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश हर्ष कुमार कर रहे हैं. इसमें पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वी के गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डी के सिंह शामिल हैं.
एक अधिकारी ने बताया, "न्यायिक आयोग के सदस्य मेला में लगे प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक किया है. इसके बाद उन्होंने घटनास्थल का भी दौरा किया है. तीनों सदस्य संबंधित अधिकारियों के साथ संगम नोज पहुंचे, मौनी अमावस्या के स्नान के वक्त भगदड़ हुई थी. इस दौरान उनके साथ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद, डीआईजी वैभव कृष्ण और एसएसपी राजेश द्विवेदी भी थे. वे पैनल को जानकारी देते रहे.''
पैनल ने रैपिड एक्शन फोर्स की भारी सुरक्षा के बीच मेला क्षेत्र का दौरा किया. आयोग के सदस्यों और अधिकारियों के लिए रस्सी से घेरा बनाया गया था. इस पैनल का गठन बुधवार की सुबह संगम नोज में मची भगदड़ के बाद किया गया था, जिसमें 30 श्रद्धालु मारे गए थे. ये श्रद्धालु मौनी अमावस्या के अवसर पर स्नान करने गए थे. इस दौरान रात करीब 1 से 2 बजे के बीचबैरिकेड्स तोड़ने की वजह से भगदड़ मच गई थी.
न्यायिक आयोग के प्रमुख कुमार ने बताया कि उनके पास अपनी जांच पूरी करने के लिए एक महीने का समय है, लेकिन वो तेजी से अपना काम पूरा करने की कोशिश करेंगे. पुलिस के अनुसार, भगदड़ तब मची, जब भीड़ ने बैरिकेड्स को लांघ दिया और दूसरी तरफ अपनी बारी का इंतजार कर रहे लोगों को कुचल दिया. न्यायिक आयोग का दौरा ऐसे समय में हुआ है, जब लाखों श्रद्धालु महाकुंभ में भाग लेने के लिए आए हैं.
बताते चलें कि इस घटना के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि हम राज्य सरकार की ओर से दुर्घटना में जान गंवाने वाले प्रत्येक मृतक के परिजनों को 25-25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा कर रहे हैं. न्यायिक आयोग पूरे मामले की जांच करेगा और एक समय सीमा के भीतर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगा. इस संबंध में मुख्य सचिव और डीजीपी खुद प्रयागराज का दौरा करेंगे.
सीएम योगी ने कहा था कि ये घटना दिल दहला देने वाली है. हम उन सभी परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. हम रात से लगातार प्रशासन के संपर्क में हैं. मेला प्राधिकरण, पुलिस, प्रशासन, NDRF, SDRF और अन्य सभी व्यवस्थाएं जो की जा सकती थीं, वहां तैनात की गई हैं. इस बातचीत के दौरान योगी बेहद भावुक नजर आए. उनका गला रुंधा हुआ था.