दिल्ली के यूपी भवन में अभिनेत्री से यौन शोषण के आरोपी राज्यवर्धन सिंह परमार को उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया है. राज्यवर्धन महाराणा प्रताप सेना का अध्यक्ष है. वह 26 मई को उज्जैन में एक कार्यक्रम में शामिल हुआ था, तभी उसे पकड़ा गया.
पुलिस के अनुसार, पीड़ित महिला ने बताया था कि 26 मई को आरोपी उसे दो मंत्रियों से मिलाने के बहाने यूपी भवन ले गया था लेकिन वहां पहुंचकर उसने उसका यौन उत्पीड़न किया. पीड़िता ने बताया कि जब उसने विरोध किया तो उसे डराया और धमकाया गया. फिलहाल पुलिस ने शिकायत दर्ज करने के बाद उस कमरे को सील कर दिया है, जहां कथित घटना हुई थी.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण करने पर पता चला कि आरोपी 26 मई को दोपहर 12 बजकर 22 मिनट पर महिला के साथ इमारत में पहुंचा और पीड़िता के साथ दोपहर 1:05 मिनट परिसर से निकला था.
पीड़िता की शिकायत के आधार पर, आरोपी के खिलाफ IPC की धारा 354 (महिला का शील भंग करने के इरादे से हमला या आपराधिक बल प्रयोग), 354ए (यौन उत्पीड़न) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत चाणक्यपुरी थाने में केस दर्ज किया गया है.
वहीं इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश पर यूपी भवन में तैनात 3 अफसरों दिनेश कारुष, राकेश चौधरी और पारस को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके अलावा एक आउटसोर्स कर्मचारी को भी हटा दिया गया है. वहीं यूपी भवन के प्रभारी प्रबंधक के खिलाफ जांच गठित कर दी गई है.
सीएम के आदेश पर ही इस मामले की जांच शुरू हुई है. वहीं यौन उत्पीड़न के आरोपों पर राज्यवर्धन सिंह ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर सफाई दी है. उसका दावा है कि उसे जानबूझकर फंसाया जा रहा है.