कानपुर के व्यापारी को हनीट्रैप में फंसाने के मामले में नया मोड़ आ गया है. 'एके-47 भतीजी' के नाम से सोशल मीडिया पर छाई सीमा (बदला हुआ नाम) मंगलवार को कानपुर पुलिस कमिश्नर के सामने पेश हुई. उसने खुद पर लगे आरोपों को गलत बताया.
साथ ही उसने इस मामले में कमिश्नर को लिखित आवेदन भी दिया है. मीडिया से बातचीत में सीमा ने कहा कि मौरंग व्यापारी हरीश चंद्र पांडे ने हनीट्रैप में फंसाने का जो आरोप उस पर लगाया है, वह गलत है. सीमा का कहना है कि हरीश उसे परेशान कर रहा था.
कई जगहों के व्यापारियों पर दर्ज कराए रेप के केस
सीमा ने कहा है कि मैंने भोपाल, उरई, कानपुर के उन व्यापारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. ये वो लोग हैं, जिन्होंने मेरे साथ रेप किया. यह सभी लोग हरीश चंद्र पांडे के मिलने वाले हैं.
मैंने इन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर कुछ गलत किया है क्या? सीमा का कहना है कि क्या मुझे इन लोगों के खिलाफ केस दर्ज नहीं कराना चाहिए था, क्या मुझे सुसाइड कर लेना चाहिए?
छतरपुर में जेल की सजा काट चुकी है सीमा
सीमा का कहना है कि वह झांसी में रहकर पढ़ाई कर रही है. इस बीच यह जानकारी भी सामने आई है कि सीमा एमपी के छतरपुर में जेल की सजा काट चुकी है.
एके-47 पर के साथ फोटो पर कही यह बात
एके-47 के साथ फोटो खिंचाने के बाद वह सोशल मीडिया पर एके-47 भतीजी के नाम से छा गई थी. इस मामले में सीमा का कहना है कि वह किसी रेस्टोरेंट में खाना खाने गई थी. वहीं, पर एक महिला पुलिसकर्मी भी मौजूद थी. उसकी एके-47 के साथ फोटो क्लिक की थी. मगर, उसकी फोटो को किसी ने वायरल कर दिया.
यह है पूरा मामला
दरअसल, कानपुर से एके-47 के साथ फोटो खिंचाने वाली सीमा ने अपने बर्खास्त सिपाही चाचा रविंद्र के साथ मिलकर कानपुर के एक व्यापारी को अपने जाल में फंसाया था. सिपाही होते हुए भी चाचा मौरंग का काम करता था. व्यापारी हरीश भी कल्याणपुर में मौरंग का थोक कारोबारी है.
इसी वजह से व्यापारी और सिपाही की दोस्ती हुई थी. इस दोस्ती में ही सिपाही ने पहले व्यापारी से ढाई लाख रुपया मौरंग के लिए एडवांस में लिया. फिर पैसा मांगने पर अपनी भतीजी को सामने करके व्यापारी को हनीट्रैप के जाल में उलझा दिया.
व्यापारी के मुताबिक, सीमा ने उसे कई बिल्डरों को मौरंग सप्लाई का ऑर्डर दिलवाने के नाम पर एक होटल में बुलाया था. व्यापारी ने पुलिस से कहा था कि होटल में जाने के बाद सीमा की हरकतें देखकर मैं रिसेप्शसन के पास से ही बाहर निकलकर भाग गया था.
इसके बाद सुनीता ने मेरे ऊपर आरोप लगाया कि तुमने मेरे साथ गलत किया है. फिर उसके सिपाही चाचा ने भतीजी की शिकायत पर कल्याणपुर थाने में एफआईआर दर्ज करा दी. फिर पुलिस ने व्यापारी को जेल भेज दिया था.
व्यापारी की पत्नी से मांगे थे 50 लाख रुपए
इसके बाद सुनीता और सिपाही चाचा रविंद्र ने व्यापारी हरीश की पत्नी से समझौते के नाम पर 50 लाख रुपए की डिमांड की थी. तीन महीने बाद जब व्यापारी छूटकर आया, तो उसने चाचा-भतीजी का रिकॉर्ड खंगाला. फिर पता चला कि इन दोनों ने कई जगह हनीट्रैप करके बिल्डर और अधिकारी को फंसाया और रेप जैसी धाराओं में मुकदमा भी दर्ज करवाया है.
व्यापारी ने पुलिस को यह भी बताया था कि सीमा हमेशा बर्खास्त सिपाही चाचा के साथ रहती है. यह लोग महोबा-हमीरपुर के रहने वाले हैं. सीमा पहले अपनी आकर्षक फोटो भेजकर व्यापारियों को अपने जाल में फंसाती थी. फिर उनके खिलाफ रेप का केस कराती थी.
उसने भोपाल में दो रेलवे अधिकारियों के खिलाफ रेप का केस दर्ज कराया, ऐसे कई केस सामने आ चुके हैं. इस मामले में एसीपी कल्याणपुर विशाल पांडेय ने कहा कि कल्याणपुर थाने के रहने वाले एक व्यापारी ने सिपाही और उसकी भतीजी के गैंग पर एफआईआर दर्ज कराई थी. जांच के बाद सिपाही को बर्खास्त कर दिया गया है. केस में चार्जशीट अदालत में लगा दी गई है. आगे की कार्रवाई की जा रही है.