सोनीपत के गांव गोपालपुर में शमशेर अपनी बीवी और सात साल के बच्चे के साथ रहता था. वो बीवी और अपने बेटे को बहुत प्यार भी करता था. मगर, कुछ समय पहले उसे पत्नी के करेक्टर पर शक हो गया था. इसी को लेकर शुक्रवार देर रात वो चुपचाप छत पर गया और सात साल के बेटे इशांत की गला दबाकर हत्या कर दी.
पत्नी की गर्दन पर सात से आठ वार किए
इसके बाद वो नीचे आया और पत्नी कुसुम के गले पर धारदार हथियार से वार करने शुरू कर दिए. वो हमले कर रहा था और पत्नी रहम की भीख मांग रही थी. मगर, उसका दिल नहीं पसीजा. एक के बाद एक उसने पत्नी की गर्दन पर सात से आठ वार किए. इसके उसकी मौत हो गई.
'बेटे को इसलिए मौत के घाट उतारा क्योंकि...'
पत्नी और बेटे की हत्या करने के बाद वो खरखोदा थाने पहुंचा और अपना गुनाह कबूल कर लिया. इसके बाद थाना पुलिस उसको लेकर गांव पहुंची तो सनसनी फैल गई. पुलिस ने घटनास्थल पर शव पड़े देखे. इस मामले में एक और हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है. सूत्रों का कहना है कि उसने अपने बेटे को महज इसलिए मौत के घाट उतार दिया क्योंकि उसके जेल जाने के बाद बेटे का लालन-पालन कौन करेगा.
सनसनीखेज हत्याकांड में पुलिस का बयान
इस मामले में जानकारी देते हुए एसीपी क्राइम जीत सिंह बेनीवाल ने बताया कि शमशेर ने अपनी पत्नी और बेटे का कत्ल करके खुद ही थाने पहुंचा था. उसने बेटे की गला दबाकर हत्या की थी और पत्नी के गले पर तेजधार हथियार से वार किए थे. मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है और आरोपी को कोर्ट में पेश कर दिया है.