चोरी के इल्जाम में एक शख्स की पीट-पीटकर हत्या करने वाले 3 लोगों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस ने यह गिरफ्तारी पालम इलाके से की है. मामले में मोहम्मद शब्बीर, रामसेवक और चमन की गिरफ्तारी हुई है. दरअसल 3 मई की रात दिल्ली पुलिस को खबर मिली थी कि एक शख्स बेहोशी की हालत में पालम इलाके में पाया गया है. दिल्ली पुलिस पीसीआर और एंबुलेंस मौके पर पहुंचे तो एक शख्स टीएसआर ऑटो में बेहोशी की हालत में लहूलुहान पड़ा हुआ था. जांच के दौरान कैट एंबुलेंस के स्टाफ ने शख्स को मृत घोषित कर दिया.
डीसीपी साउथ वेस्ट इंगित प्रताप सिंह ने बताया कि क़त्ल के इस केस की जांच के लिए इंस्पेक्टर योगेश कुमार, सब इंस्पेक्टर अमित कुमार, सब इंस्पेक्टर मुकेश, एसएचओ पालम विहार पारसनाथ वर्मा को लगाया गया था. जिसमें एसीपी दिलीप सिंह टीम की अगुवाई कर रहे थे. पुलिस टीम को जांच के दौरान टीएसआर ऑटो के पास फोन के कई नजर आए खून के धब्बों का पीछा करते हुए पुलिस पास के ही मकान नंबर RZF-478/34 जा पहुंची. पुलिस को घर पर गैलरी में भी खून के निशान मिले. फ्लोर के आसपास बने सभी कमरों में ताले पड़े हुए थे.
डीसीपी ने बताया कि पुलिस को इस मकान में रहने वाले शख्स की पहचान मोहम्मद साबिर के तौर पर हुई और टेक्निकल सर्विसलांस और मुखबिर खास की सूचना पर दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने साबिर को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद साबिर ने खुलासा किया कि उसने अपने साथियों रामसेवक और चमन के साथ मिलकर नंदकिशोर की जमकर पिटाई की थी. वहीं पुलिस को जांच में पता चला कि मरने वाले का नाम नंदकिशोर है जो गुड़गांव का रहने वाला था.
नंद किशोर पर इल्जाम था कि वह चोरी के लिए साबिर के घर में घुसा था. जहां तीनों लोग मौजूद थे. वहां उन्होंने नंदकिशोर की पिटाई की. और 3 घंटे बाद उसे लहूलुहान हालत में घर के बाहर फेंक दिया. जिसके बाद नंदकिशोर घर के बाहर मौजूद एक ऑटो में जाकर बैठ गया. जिस्म में चोट और ज्यादा खून बह जाने की वजह से उसकी मौत हो गई. नंदकिशोर के बारे में पुलिस को जानकारी मिली है कि वह इससे पहले भी कई चोरी की वारदातों में शामिल रहा है.