उत्तर प्रदेश के मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड में आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं. इस केस से जुड़ा एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें सौरभ राजपूत आखिरी बार जिंदा नजर आ रहा है. ये सीसीटीवी फुटेज 3 मार्च की रात 11.49 बजे का है. इसमें सौरभ अपने एक दोस्त के साथ बाइक पर अपने घर की ओर आता हुआ दिख रहा है. बताया जा रहा है कि वो अपने परिवार के लिए खाना लेने गया था. यही खाना खाने के बाद सौरभ बेहोश हो गया.
इसके बाद उसकी पत्नी मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ मिलकर उसकी बेहरमी से हत्या कर दी. इस सीसीटीवी में सौरभ के साथ बाइक पर बैठा दूसरा शख्स उसका दोस्त बताया जा रहा है, लेकिन उसकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है. पुलिस उसके बारे में पता लगा रही है. इसके साथ ही इलाके में स्थित दूसरे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी लिए जा रहे हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा हासिल की जा सके. वारदात में शामिल लोगों का पता लगाया जा सके.
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इस वक्त मुस्कान रस्तोगी और उसका प्रेमी साहिल शुक्ला मेरठ के चौधरी चरण सिंह जिला जेल में बंद हैं. वहां उनकी हालत खराब है. वो लगातार नए-नए डिमांड कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि ड्रग्स और शराब के आदि दोनों आरोपी जेल प्रशासन से नशे की मांग कर रहे हैं. उनको मारिजुआना और मॉर्फिन का इंजेक्शन चाहिए, जिसके नहीं जाने पर उन दोनों से खाना खाने से इनकार कर दिया है. दोनों को नशीली दवाओं की लत के लक्षण महसूस हो रहे हैं.
जेल अधिकारियों का दावा है कि दोनों एक ही बैरक में एक साथ रहना चाहते हैं, लेकिन उन्हें बताया गया कि नियमों के अनुसार ऐसा संभव नहीं है. मुस्कान ने सरकारी वकील की भी मांग की है. उसको पता है कि उसका परिवार उससे परेशान है. उसकी मदद नहीं करेगा. जेल सूत्रों ने कहा, "मुस्कान और साहिल ठीक से सो नहीं पा रहे हैं. वे खाने-पीने से भी इनकार कर रहे हैं. उन दोनों बेचैनी में बैरक में घूमते हुए देखा गया है. वो अपने लिए ड्रग्स मांग रहे हैं."
वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने कहा, "साहिल और मुस्कान दोनों ही लंबे समय से नशा कर रहे हैं. इसके कारण उन्हें बेचैनी की समस्या हो रही है. रात में नींद भी नहीं आ रही है." उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने उनके लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए दवाएं दी हैं. एक टीम उनकी स्थिति पर नजर रख रही है. जांच में पता चला है कि दोनों नियमित रूप से ड्रग्स और शराब का सेवन करते रहे हैं. दोनों के जेल आने के बाद से उनसे कोई मिलने नहीं आया.
वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने कहा कि मुस्कान ने अपना केस लड़ने के लिए सरकारी वकील की मांग की है. अपने आवेदन में उसने कहा है कि घटना के बाद से उसके माता-पिता उससे नाराज़ हैं. उसके लिए कोई भी लड़ने नहीं आए. इसलिए उसको एक सरकारी वकील चाहिए, जो अदालत में उसका केस लड़ सके. मुस्कान ने शनिवार को मिलने का अनुरोध किया था. उन्होंने कहा, "जब मैंने मुस्कान को फोन किया, तो उसने कहा कि उसके केस के लिए सरकारी वकील चाहिए."
बताते चलें कि 3 मार्च को सौरभ राजपूत की हत्या करने और उसके शव को टुकड़े-टुकड़े करके नीले रंग के ड्रम में सीमेंट से सील करने के बाद मुस्कान रस्तोगी (27) और साहिल शुक्ला (25) 10 मार्च को कसोल पहुंचे थे. वे वहां छह दिन ठहरने के बाद 16 मार्च को चेक आउट कर गए. 17 मार्च को दोनों वापस मेरठ लौट आए. 11 मार्च को मुस्कान ने साहिल का बर्थडे भी सेलीब्रेट किया था. मेरठ पुलिस की एक टीम इस मामले की जांच के लिए हिमाचल प्रदेश के मनाली और कसोल भी गई है.
वहीं सौरभ राजपूत के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आ गई है. इसमें मुस्कान और साहिल की बर्बरता सामने आई है. रिपोर्ट से पता चला है कि सौरभ के शव का सिर धड़ से अलग कर दिया गया था. दोनों हाथ कलाई से कटे हुए थे. पैर पीछे मुड़े हुए थे. शव को पहले टुकड़े किए बिना ड्रम में डालने की कोशिश की गई थी. मौत का कारण सदमे और अत्यधिक रक्तस्राव को बताया गया है. डॉक्टरों ने बताया कि नुकीली चीज से सौरभ के दिल पर तीन बार जोर से वार किया गया था.
एक डॉक्टर ने कहा, "तेज लंबे चाकू के वार दिल के अंदर तक चुभ गए." पुलिस अधीक्षक आयुष विक्रम सिंह ने रिपोर्ट की पुष्टि की है. उन्होंने कहा, "मुस्कान ने सौरभ के दिल पर बेरहमी से वार किया, जिससे उसका दिल फट गया. उसकी गर्दन और दोनों हथेलियां कट गईं. ड्रम में फिट करने के लिए शव को चार टुकड़ों में काटा गया था." पोस्टमार्टम टीम के एक सदस्य ने कहा, "शव को ड्रम में डाला गया और सीमेंट से भर दिया गया. सीमेंट में शव जम गया. हवा की कमी के कारण सड़ नहीं पाया.''