उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में मदद के नाम पर धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया है. आरोप है कि एक शख्स, अपने दोस्त की पत्नी और उसके दो बच्चों को सहारा देने के नाम पर अपने घर लाया, क्योंकि एक दुर्घटना के दौरान दोस्त की मौत हो गई थी. बाद में महिला और बच्चों का धर्म परिवर्तन कर उनसे निकाह कर लिया. दो अलग अलग समुदायों का मामला देख पुलिस हरकत में आई और चौकी इंचार्ज सेफनी प्रवीण कटियार की तहरीर पर 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया.
यह पूरा मामला कोतवाली शाहाबाद क्षेत्र का है. यहां के गांव में एक महिला का और उसके बच्चों का धर्म परिवर्तन कराने को लेकर 3 नामजद सहित 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की छानबीन की जा रही है. इस मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है.
दरअसल जनपद रामपुर के कोतवाली शाहाबाद क्षेत्र के बेरूआ गांव निवासी महफूज़ ने एक सिख समुदाय की एक महिला और उसके दो बच्चों का धर्म परिवर्तन कराकर शादी कर ली. पुलिस के संज्ञान में जैसे ही यह मामला आया, वह तुरंत बेरुआ गांव पहुंची और वहां पर गोपनीय तरीके से मामले की जानकारी ली.
मामला सही निकलने पर पुलिस महफूज के घर पहुंची. महफूज के घर पर एक महिला मिली, जिसने अपना नाम हरजिंदर कौर बताया. उसके दो बेटे हैं. एक 12 साल का राहुल और एक 10 साल का सुमित.
हरजिंदर कौर ने पुलिस को बताया, 8 मई को उसके पति हरकेश कि उत्तराखंड में एक एक्सीडेंट के दौरान मौत हो गई थी. महफूज उसके पति का दोस्त था. इसलिए महफूज़ मुझे और मेरे दोनों बेटों को अपने गांव ले आया और गांव लाकर उसने पहले मेरा धर्म परिवर्तन कराया उसके बाद मुझ से निकाह किया. निकाह के बाद मेरा नाम गुलिस्ता रख दिया और मेरे बेटों के नाम फरमान और अनस रख दिया. अभी मेरे बेटों का भी खतना करा कर धर्म परिवर्तन कराया है.
अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह ने पूरे मामले को लेकर बताया कि थाना शाहबाद में बेरूआ गांव पड़ता है. पुलिस को सूचना मिली कि बाहरी महिला को गांव में लाकर उसका धर्म परिवर्तन कराया गया है. इस मामले में मुख्य आरोपी और उसके परिजन और उसके सहयोगियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है. तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है.