राष्ट्रीय राजधानी के महरौली में हुए श्रद्धा हत्याकांड की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने अब तक शव के 13 टुकड़े बरामद कर लिए हैं. माना जा रहा है कि ये महिला के शव के टुकड़े हैं. इन टुकड़ों को DNA जांच के लिए भेजा जाएगा. दिल्ली पुलिस बाकी टुकड़ों और हथियार की तलाश में आरोपी आफताब के साथ महरौली के जंगलों में आज फिर जाएगी. इससे पहले दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को तीन घंटों तक जंगल में उन जगहों की जांच की थी, जहां आफताब ने शव के टुकड़े फेंके थे.
बताया जा रहा है कि सबूत जुटाने के लिए दिल्ली पुलिस ने डेटिंग ऐप Bumble से भी संपर्क कर सकती है. Bumble के जरिए ही श्रद्धा की मुलाकात आफताब से हुई थी. इसके बाद दोनों लिव इन रिलेशन में रहने लगे थे. इसके अलावा दिल्ली पुलिस श्रद्धा वॉल्कर के दोस्त लक्ष्मण को पूछताछ करने के लिए बुलाएगी. लक्ष्मण ने ही श्रद्धा वॉल्कर के पिता से संपर्क कर उन्हें श्रद्धा से संपर्क न होने के बारे में जानकारी दी थी. इसके बाद ही इस पूरे मामले का खुलासा हो पाया.
दिल्ली पुलिस का आज का सर्च अभियान खत्म
दिल्ली पुलिस द्वारा आफताब से जुड़े हुए सीसीटीवी फुटेज लिए जा रहे हैं. बीते 12 नवंबर को दिल्ली पुलिस छतरपुर पहाड़ी में आफताब के घर से सामान ले जाती दिखी है. वहीं दूसरी ओर दिल्ली पुलिस में आज जंगल का सर्च अभियान पूरा हो गया है. पुलिस की टीम ने जंगल के बड़े इलाके की छानबीन की.
साकेत कोर्ट ने आफताब के नार्को टेस्ट की इजाजत दी
दिल्ली की साकेत कोर्ट ने श्रद्धा मर्डर केस के आरोपी आफताब के नार्को टेस्ट की इजाजत दे दी है. दिल्ली पुलिस ने इसके लिए कोर्ट में अर्जी लगाई थी. पुलिस का कहना है कि आफताब पुलिस पूछताछ में को-ऑपरेट नहीं कर रहा था और पुलिस की जांच को भटकाने की कोशिश कर रहा था.
दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में जो याचिका लगाई थी उसमें कहा गया था कि आफताब श्रद्धा के मोबाइल और कत्ल के लिए इस्तेमाल आरी के बारे में सही जानकारी नहीं दे रहा है. कभी मोबाइल महाराष्ट्र में तो कभी दिल्ली में फेंकने की बात बता रहा है. इसके साथ ही हथियार के बारे में भी सही जानकारी नहीं दे रहा है. दिल्ली पुलिस नार्को टेस्ट के जरिए आफताब से पूरा सच और मोबाइल, हथियार बरामद करना चाहती है.
आफताब ने 18 मई को 50 हजार रुपये निकाले: मुंबई पुलिस
श्रद्धा मर्डर केस को लेकर मुंबई पुलिस की ओर से बताया गया कि हमने आफताब को दो बार कॉल किया. दूसरी बार हमने उसका बयान दर्ज किया. आफताब का परिवार हमारे संपर्क में नहीं है. आफताब ने 2-3 ट्रांजैक्शन किए हैं. उसने 18 मई को 50 हजार रुपये निकाले थे. श्रद्धा के पिता उस वक्त दिल्ली में थे. हमें शक हुआ क्योंकि श्रद्धा का फोन स्विच ऑफ था. आफताब ढाई साल से अपने परिवार के साथ नहीं रह रहा था. हमने मोबाइल के सीडीआरएस का विश्लेषण किया. उसके बयान अलग-अलग थे, जिसके बाद कॉल डेटा भी खंगाला गया. पुलिस के मुताबिक, आफताब ने श्रद्धा के बारे में कुछ नहीं बताया.
आफताब का नार्को टेस्ट करा सकती है दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस ने आफताब का नार्को टेस्ट कराने की इजाजत लेने के लिए कोर्ट का रुख किया है. कोर्ट के आदेश पर ही आफताब का नार्को टेस्ट कराया जाएगा. खास बात ये है कि नार्को टेस्ट को कोर्ट में सबूतों के तौर पर पेश नहीं किया जा सकता. लेकिन इससे दिल्ली पुलिस को और सबूत खोजने में काफी मदद मिल सकती है.
आफताब और श्रद्धा मई में दिल्ली के महरौली में एक फ्लैट में शिफ्ट हुए थे. इसके बाद दोनों के बीच 18 मई को झगड़ा हुआ. आफताब ने गला दबाकर श्रद्धा की हत्या कर दी. इसके बाद उसके शव के 35 टुकड़े किए. आफताब ने शव के टुकड़ों को 300 लीटर के फ्रिज में रख दिया. वह शव के एक टुकड़े को फ्रिज से निकालकर देररात में जंगल में फेंकने के लिए जाता था. पुलिस के मुताबिक, श्रद्धा की मौत के बाद जब कोई दूसरी महिला आफताब के फ्लैट पर आती थी, तो वह शव के टुकड़ों को फ्रिज से निकालकर अलमारी में रख देता था, ताकि कोई फ्रिज खोले तो उसे शक न हो.
क्राइम सीन रीक्रिएट किया गया
18 मई की रात को क्या क्या हुआ था, ये जानने के लिए आफताब के साथ दिल्ली पुलिस देर रात फ्लैट में पहुंची. यहां क्राइम सीन को रीक्रिएट किया गया. दिल्ली पुलिस क्राइम सीन रीक्रिएट करने के लिए फ्लैट में एक पुतला लेकर पहुंची थी. आफताब ने फ्रिज और कमरे से खून साफ करने के लिए सल्फर हाईपोक्लोरिक एसिड का इस्तेमाल किया था. इसी वजह से खून के धब्बे नहीं मिले. इससे पहले मंगलवार को पुलिस को जंगल से शव के 13 टुकड़े मिले. इनमें से ज्यादातर हड्डियों में तब्दील हो चुके थे.
इससे पहले फॉरेंसिक टीम के दो एक्सपर्ट ने क्राइम सीन की जांच की थी. इस दौरान उन्हें हड्डियों के 7-8 टुकड़े मिले थे. इन्हें जांच एजेंसी को सौंप दिया गया था. अब दिल्ली पुलिस टुकड़ों की DNA जांच कराने की योजना बना रही है, ताकि यह पता चल सके कि ये टुकड़े श्रद्धा के शरीर के ही हैं. इसके लिए श्रद्धा के माता पिता के खून के सैंपल भी लिए जाएंगे.
पुलिस के मुताबिक, वे Bumble ऐप से भी संपर्क करने करेंगे, ताकि ये पता चल सके कि आफताब कितनी महिलाओं के साथ संपर्क में था. प्रोफाइल एनालिसिस के आधार पर पुलिस उन लोगों से भी संपर्क करेही, जिनके साथ वह संपर्क में था और उन्हें उसी फ्लैट पर बुलाया था, जहां उसने श्रद्धा की हत्या की थी. इतना ही नहीं आफताब श्रद्धा से पहले जिन लोगों के संपर्क में था, पुलिस उन्हें भी पूछताछ के लिए बुला सकती है.
कैसे पकड़ा गया आफताब?
आफताब ने शुरुआत से ही मुंबई और दिल्ली पुलिस को चकमा देने की कोशिश की. उसने दावा किया था कि श्रद्धा 22 मई को झगड़े के बाद घर छोड़कर चली गई थी. आफताब ने पुलिस से कहा था कि घर से जाते वक्त वह सिर्फ अपना फोन लेकर गई थी, जबकि बाकी सारा सामान छोड़ गई थी और इसके बाद से वह उसके संपर्क में नहीं आई.
लेकिन पुलिस ने जब आफताब और श्रद्धा के कॉल रिकॉर्ड और उनकी लोकेशन की जांच की तो पुलिस के सामने कई सच सामने आए. पुलिस के सामने जो सबसे बड़ी बात सामने आई, वह 26 मई को श्रद्धा के नेट बैंकिंग अकाउंट ऐप से आफताब के अकाउंट में 54 हजार रूपये ट्रांसफर किए गए थे, जबकि आफताब ने पहले कहा था कि 22 मई के बाद वह श्रद्धा के संपर्क में नहीं है.
इतना ही नहीं 31 मई को श्रद्धा के इंस्टाग्राम अकाउंट से उसके दोस्त के साथ एक चैट हुई थी, जब पुलिस ने श्रद्धा के फोन का लोकेशन निकाला तो वह दिल्ली के महरौली थाना इलाके का निकला. 26 मई को जो बैंक ट्रांसफर हुआ था, उसका लोकेशन भी महरौली थाना इलाका ही निकला था. जब आफताब से पुलिस ने इस बारे में पूछताछ की, कि जब श्रद्धा अपने फोन के साथ घर छोड़कर चली गई थी तो उसका लोकेशन उसके घर के आस पास का ही क्यों निकल रहा है> तो इस बात का जवाब आफताब नहीं दे पाया और उसके बाद उसने पुलिस के सामने सच बोल दिया.