सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने खास साइबर विंग तैयार की है. जो लोकसभा चुनाव के दौरान फेक कंटेंट, डीपफेक और भ्रामक पोस्ट पर नजर रखेगा. इसको लेकर होम मिनिस्ट्री ने नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है.
बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले फेक कंटेंट को लेकर निर्वाचन आयोग ने निर्देश दिए थे.आयोग के इन्हीं निर्देशों पर गृह मंत्रालय ने I4C विंग यानी इंडियन साइबर क्राइम कंट्रोल एंड कार्डिनेश विंग ने डीप फेक, भ्रामक पोस्ट और फेक वायरल मैसेज को सोशल मीडिया से हटाने के लिए साइबर एक्सपर्ट की खास टीम बनाई है. जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, एक्स (ट्विटर), इंस्टाग्राम या दूसरे किसी सोशल मीडिया साइट पर अगर कोई खतरनाक कंटेंट डालेगा तो उस कंटेंट को हटाने के लिए MHA का I4C विंग सोशल मीडिया प्रोवाइडर को तुरंत बोलेगा.
MHA ने दीं I4C को विशेष शक्तियां
गृह मंत्रालय (MHA) ने साइबर विंग(I4C)को Meity मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी की तर्ज पर दी है बड़ी ताकत दी है. MHA ने हाल ही में इस संबंध में नोटिफिकेशन भी जारी कर ये अहम जानकारी दी है. आम चुनाव से पहले गृह मंत्रालय ने साइबर विंग I4C को विशेष शक्तियां दी हैं. गृह मंत्रालय ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 की धारा 79 की उपधारा (3) के खंड (बी) द्वारा प्रदत्त शक्ति का प्रयोग करते हुए एक अधिसूचना की घोषणा की है. इसके जरिए साइबर फ्रॉड रोकने में भी मदद मिल सकेगी.
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पहले मैट्री के पास था ये अधिकार
वहीं, सोशल मीडिया पर अगर कोई खतरनाक कंटेंट डालता है तो उसको MHA का I4C विंग उसे तुरंत डिलीट कर देगा. इससे पहले ये अधिकार केवल Meity के पास था.
इसके अलावा गृह मंत्रालय I4C ने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान फेक न्यूज के गोरख धंधे को रोकने के लिए अपने यहां एक खास सिस्टम भी विकसित की है. जिससे देशभर की कोई भी पुलिस उनसे संपर्क कर सकती है. जिनके इलाके में वायरल कंटेंट फैलाया जा रहा है.