बिहार के सुपौल से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है. जिसमें आरोपियों ने एक नाबालिग दलित लड़की को अगवा कर उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया है. रेप के बाद पीड़ित को चुप रहने के लिए उसका वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी दी. पुलिस ने पीड़ित लड़की की शिकायत पर FIR दर्ज कर ली है. पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम बनाकर कई गांव में छापेमारी कर रही है.
घटना 19 मार्च की बताई जा रही है. सुपौल सदर थाना इलाके के एक गांव में कुछ लड़कों ने नाबालिग दलित लड़की का अपहरण कर लिया और सुनसान जगह पर ले गया और बारी-बारी से उसके साथ रेप किया. घटना का वीडियो बनाकर नाबालिग को दिखाया और वीडियो वायरल करने की धमकी दी. मिली जानकारी के मुताबिक पीड़िता के पिता ने लड़की के गायब होने की प्राथमिकी दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन पुलिस वालों ने थाने से खदेड़ दिया. पीड़ित लड़की 22 मार्च को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूट गई. जिसके बाद पुलिस ने 24 मार्च को प्राथमिकी दर्ज की.
थाना में दिये आवेदन में पीड़ित पिता ने बताया कि उनकी बेटी 19 मार्च से ही लापता थी. पिता के खोजबीन में जानकारी मिली की गांव के ही कुछ लोग उसे जोर जबरदस्ती से उठा कर ले गये हैं. पीड़ित के पिता ने बताया कि पड़ोस गांव के बेचन ठाकुर के पुत्र जगदीश ठाकुर अपने चार-पांच मित्रों के साथ उसकी बेटी का अपहरण किया था. नाबालिग के साथ दरिंदगी करने के बाद आरोपियों ने नाबालिग को 22 मार्च को कुम्हैट पुलिया के पास छोड़ दिया.
इस मामले में सदर डीएसपी इंद्र प्रकाश ने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दिया है. बहुत जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी. पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम बनाकर कई गांव में छापेमारी कर रही है.