मध्य प्रदेश के दतिया जिले में शुक्रवार को तीन भाईयों ने मिलकर एक शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी. मरने वाला शख्स छह महीने पहले ही हत्या के आरोप से बरी होने के बाद जेल से बाहर आया था. लेकिन उस पर अन्य मामलों में मुकदमा चलाया जा रहा था. इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो की तलाश की जा रही है.
दतिया पुलिस के मुताबिक, मरने वाले 40 वर्षीय व्यक्ति की पहचान भगवान सिंह यादव के तौर पर हुई है. वो हत्या के एक संगीन मामले में पकड़ा गया था, लेकन छह महीने पहले अदालत ने उसे हत्या के आरोप से बरी कर दिया था. और वो जेल से बाहर आ गया था. लेकिन उसके खिलाफ अन्य मामलों में मुकदमा चल रहा था.
इस सनसनीखेज कत्ल की वारदात के बारे में जानकारी देते हुए अनुविभागीय पुलिस अधिकारी (SDPO) करण श्रीवास्तव ने पीटीआई को बताया कि भगवान सिंह यादव का एक आटा मिल पर तीन भाईयों आशीष रजक, अरविंद रजक और अशोक रजक के साथ झगड़ा हो गया था.
SDPO करण श्रीवास्तव ने आगे बताया कि इसके बाद तीनों आरोपियों ने भगवान सिंह यादव पर हमला कर दिया. उन्होंने उसे छड़ों और बांस के डंडों से मारा. इसी दौरान उनमें से एक ने मिल में रखे लोहे के वजन से उस पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
पुलिस अफसर करण श्रीवास्तव के मुताबिक, मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस टीम ने फौरन एक्शन लिया और एक आरोपी आशीष को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसके दो भाई अरविंद और अशोक फरार चल रहे हैं. पुलिस उनकी तलाश कर रही है.
करण श्रीवास्तव ने बताया कि भगवान सिंह यादव की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. अब इस मामले में आगे की जांच पड़ताल चल रही है. इस वारदात का 18 सेकंड का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था.