मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के मूंदी गांव में एक सूने मकान से बंद बोरे में तीन साल के बच्चे की लाश मिलने से सनसनी मच गई. यह बच्चा बुधवार दोपहर से ही अपने घर से लापता था, जिसको ढूंढने में उसके परिजन जुटे हुए थे, लेकिन रात में एक सूने मकान से उसकी लाश मिलने से सभी सकते में आ गए. पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या करना सामने आया है.
दरअसल, मूंदी गांव के आंबेडकर वार्ड के श्याम कोठारे का तीन साल का बालक अक्षांश घर से खेलते खेलते लापता हो गया था. जब बहुत देर तक वह घर नहीं आया तो परिजनों ने उसे आसपास ढूंढा और फिर शाम को पुलिस थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज़ कराई. पुलिस भी इसके बाद बच्चे की तलाश में जुट गई. इस बीच एक सूने मकान में एक संदिग्ध बोरा दिखा तो उसे खोला गया उसमे बच्चे की लाश मिली. परिजनों ने उसकी पहचान अक्षांश के रूप में ही की. इस घटना से मूंदी में सनसनी मच गई. इस घटना ने सभी का दिल दहला दिया. जिस तरह उसकी निर्मम हत्या हुई और जिस तरह से साक्ष्य मिटाने के लिए उसे बोरे में बंद कर सूने मकान में फेंका गया, उससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
सवाल यह भी उठा कि कहीं बालक के साथ कोई ज्यादती तो नहीं हुई या किसी ने बलि के नाम पर तो उसकी हत्या नहीं की? हालांकि पुलिस ने दोनों ही आशंकाओं को निराधार बताया है. एडिशनल एसपी प्रकाश सिंह परिहार ने बताया कि आम्बेडकर वार्ड मूंदी के रहने वाले श्याम कोठारे का लड़का अक्षांश दोपहर खेलने गया था दो बजे के आसपास उसे तलाशना शुरू किया. शाम को एक सूने मकान में बच्चे की लाश एक बोरे में मिली. पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से छानबीन कर रही है. अज्ञात आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
इस घटना को लेकर क्षेत्र में लोगों में भारी आक्रोश है. इधर जिले में चुनाव का माहौल होने से राजनीति भी गरमाने लगी है. पूर्व मंत्री एवं पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने इस मामले में ट्वीट किया तो स्थानीय विधायक नारायण पटेल पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाने उनके घर पहुँच गए. उन्होंने कहा कि मूंदी में इतना क्रूरतम और जघन्य अपराध इसके पहले कभी नहीं हुआ इससे उनका भी दिल दहल गया है. उन्होंने मामले की गंभीरता देखते हुए इसकी जानकारी मुख्यमंत्री, गृहमंत्री के साथ ही आला पुलिस अधिकारियों को भी दी.