अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले से जुड़े ड्रग्स केस में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने प्राइम सस्पेक्ट की पहचान कर ली है. वो शख्स साहिल शाह उर्फ साहिल है. एनसीबी की एक टीम ने साहिल के घर पर छापेमारी भी की थी, लेकिन वो वहां नहीं मिला.
एनसीबी से मिली जानकारी के मुताबिक साहिल मुंबई के मलाड इलाके में रहता है. वहीं उसके घर पर एनसीबी ने छापा मारा था. सबसे अहम बात ये है कि साहिल मलाड की जिस बिल्डिंग में रहता है, कभी वहां सुशांत सिंह राजपूत भी रहता था. साहिल शाह की पत्नी एक टीवी एक्ट्रेस है.
सुशांत सिंह राजपूत केस में सबसे पहले गिरफ्तार दो शख्स अब्बास और करण गिरफ्तार किए गए थे. एनसीबी को पता चला है कि साहिल उन दोनों को ड्रग्स सप्लाई करता था. एनसीबी लगातार साहिल को पकड़ने की कोशिश कर रही है. लेकिन पकड़े जा चुके कई ड्रग्स सप्लायर का कहना है कि साहिल दुबई में बैठ कर ड्रग्स सिंडिकेट चलाता है.
एनसीबी सूत्रों के मुताबिक साहिल कभी किसी को अपना चेहरा नहीं दिखाता है, न ही अपनी असली पहचान बताता है. लेकिन हाल ही में गिरफ्तार किए गए 2 ड्रग्स पैडलर से पूछताछ के दौरान साहिल का सच एनसीबी के सामने आया है. अब एसनीबी सरगर्मी से उसकी तलाश कर रही है. जानकारी के मुताबिक साहिल का नेटवर्क विदेशों तक फैला हुआ है.
दो पेडलर्स गिरफ्तार
उधर, एनसीबी ने मुंबई में ड्रग सप्लायर्स और पेडलर्स के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके बारे में सोमवार को एनसीबी को जानकारी मिली थी कि 2 शख्स 310 ग्राम क्यूरेटेड हाइड्रोपोनिक मारिजुआना (कलियां) और 150000 रुपये की नकदी लेकर जा रहे हैं.
इस खुफिया जानकारी के आधार पर ही NCB परेल गांव, मुंबई से गणेश सखाराम शेरे और सिद्धनाथ अमीन को गिरफ्तार कर लिया और उनके पासे 310 ग्राम क्यूरेटेड हाइड्रोपोनिक मारिजुआना (कलियां) और 150000 रुपये की नकदी बरामद कर ली.
इस मामले में पेडलर्स कई तरह के नशे की सप्लाई करते थे, जिनमें ब्लैकबेरी, नार्दन, रेनबो, फॉरबिडेन आदि जैसे बड्स शामिल हैं. इनमें क्यूरेटेड बड्स अत्यधिक महंगी हैं और उन्हें यूरोप, कनाडा और यूएसए से आयात किया जाता है.
यह मादक पदार्थों की तस्करी का नेटवर्क अंतर्राष्ट्रीय रूप से साहिल शाह उर्फ साहिल फ्लैको ही मुंबई में चलाता है. वो एनसीबी मुंबई के क्राइम नं 16/2020 में भी एक संदिग्ध के तौर पर दर्ज है. और इसी सिलसिले में एनसीबी मुंबई ने क्राइम नं 37/2021 भी दर्ज किया था.