मुंबई में जांच के लिए मौजूद सीबीआई की टीम एनआईए की कस्टडी में ही निलंबित एपीआई सचिन वाज़े से सवाल जवाब करेगी. सीबीआई की टीम इस बात की पुष्टि करना चाहती है कि क्या अनिल देशमुख ने उससे 100 करोड़ महीना रकम मांगी थी?
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह के दावों की पुष्टि करने के लिए सचिन वाज़े से पूछताछ कर सकती है. वो जानना चाहती है कि क्या महाराष्ट्र के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख ने उन्हें अवैध तरीकों से 100 करोड़ रुपये जुटाने के लिए कहा था.
सूत्रों ने आजतक/इंडिया टुडे को बताया कि सचिन वाज़े का बयान उस प्रारंभिक जांच के लिए महत्वपूर्ण है, जो सीबीआई अनिल देशमुख के खिलाफ करने जा रही है. एनआईए ने सचिन वाज़े को एंटीलिया के बाहर 25 फरवरी को जिलेटिन की छड़ों के साथ गाड़ी छोड़ने और 4 मार्च को गाड़ी के मालिक मनसुख हिरेन की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया था.
पूर्व कमिश्नर ने लगाए थे आरोप
मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद से हटाए जाने के बाद परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र सरकार को एक पत्र लिखकर आरोप लगाया कि अनिल देशमुख ने सचिन वाज़े और मुंबई के अन्य पुलिस अधिकारियों को अपने आवास पर बुलाया और उन्हें अवैध तरीकों से हर महीने 100 करोड़ रुपये वसूलने का निर्देश दिया था.
महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सभी आरोपों से इनकार किया था. लेकिन अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच के बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश के बाद, उन्होंने महाराष्ट्र के गृह मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.
हालांकि, अपने हाथ से लिखे गए पत्र में, सचिन वाज़े ने कहा है कि "जनवरी 2021 में मुझे गृह मंत्री अनिल देशमुख ने उसे अपने आधिकारिक आवास पर बुलाया था, जहां उनके निजी सहायक भी मौजूद थे. गृह मंत्री ने मुझे बताया कि मुंबई में लगभग 1,650 बार और रेस्तरां हैं. और मुझसे कहा कि इनमें से हर एक से तीन से 3.5 लाख रुपये इकट्ठा करें. इस पर मैंने गृह मंत्री से कहा कि मैं ऐसा करने की स्थिति में नहीं रहूंगा. उनसे मुलाकात के बाद, मैंने पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को यह बात बताई."
अब सीबीआई जल्द ही इस मामले में मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह के बयान दर्ज कर सकती है.