छत्तीसगढ़ के सुकमा में आरक्षक की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. आरक्षक की हत्या जमीन विवाद में हुई थी. पुलिस ने हत्या में शामिल एक महिला को गिरफ्तार किया है, जबकि 6 आरोपी फरार बताए जा रहे हैं. साथ ही पुलिस ने साफ कर दिया है कि इस हत्या के पीछे कोई नक्सली हमला नहीं था.
यह मामला कुकानार थाना क्षेत्र के बोदारास गांव का है. पुलिस का कहना है कि आरक्षक लखेश्वर नाग अपनी मां के साथ गांव आया था. इस बीच वो गांव में आयोजित मेला देखने गया था. रात करीब 2 बजे वो अपने घर के सामने रेत के ढेर पर दोस्तों के साथ बैठकर बात कर रहा था. इसी दौरान कुछ लोग वहां पर आए और गोंडी भाषा में उसके साथ गाली गलौच करने लगे. फिर धारदार हथियार से पुलिस आरक्षक पर हमला कर उसकी हत्या कर फरार हो गए.
इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि गांव बोदारास के पेदापारा के रहने वाले देवा मरकाम से आरक्षक लखेश्वर नाग के पिता घेनवा राम के साथ जमीनी विवाद था. पिता की गैरमौजूदगी में 26 मार्च की रात बेटे लखेश्वर नाग की देवा ने अन्य साथियों के साथ मिलकर बंडा व कुल्हाड़ी से वार कर उसकी हत्या की.
आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने जाल बिछाया और मुखबिरों की मदद से एक गिरफ्तार किया. उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल हथियार भी पुलिस बरामद करने कामयाब रही. वहीं अब पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है.
वहीं, इस मामले पर ज्यादा जानकारी देते हुए एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि पिछले माह आरक्षक की हत्या हुई थी. जिसे नक्सली हत्या का रंग देने की साजिश रची गई थी. लेकिन एसडीओपी तोमेश वर्मा एवं कुकानार थाना प्रभारी मनीष मिश्रा ने एक टीम गठित कर बड़ी बारीकी से मामले की जांच की और इसमें पाया गया कि जमीनी विवाद के कारण पिता की अनुपस्थिति में आरक्षक लखेश्वर नाग की हत्या की गई जिसके तहत एक महिला आरोपी को गिरफ्तार किया है. जल्दी ही अन्य को भी गिरफ्तार किया जाएगा.
(इनपुट- धर्मेन्द्र सिंह)