दिल्ली पुलिस ने असिस्टेंट प्रोफेसर को उसकी पत्नी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. इस हत्या में शामिल प्रोफेसर के भतीजे गोविंद और उसके ड्राइवर राकेश को भी गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के मुताबिक कत्ल की इस वारदात को ड्राइवर राकेश ने मंगलवार की शाम अकेले ही अंजाम दिया था. कत्ल के समय प्रोफेसर वीरेंद्र किसी बहाने से घर से बाहर चला गया था जिससे वो शक के दायरे में न आए.
पत्नी की हत्या के आरोप में प्रोफेसर, भतीजा और ड्राइवर अरेस्ट
पुलिस ने बताया कि इस हत्या में शामिल तीनों आरोपियों के पास अपनी-अपनी वजह थी. इसी वजह से तीनों ने साथ मिलकर इस कत्ल की साजिश रची. असिस्टेंट प्रोफेसर की पत्नी और उनके बीच अकसर झगड़ा होता था. दोनों एक दूसरे को पसंद नहीं करते थे. दो माह पहले मृतक महिला ने अपने प्रोफेसर पति के खिलाफ बुराड़ी थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी. इस हत्या में शामिल तीसरा आरोपी गोविंद है, जो प्रोफेसर वीरेंद्र का भतीजा है वो इस हत्या में शामिल इसलिए हुआ क्योंकि वो अपने चाचा से बेहद प्रेम करता था. उससे अपने चाचा वीरेंद्र की परेशानी देखी नहीं जा रही थी.
तीनों आरोपियों के पास अपने-अपने हत्या के मोटिव थे
इस हत्या में शामिल तीसरा आरोपी ड्राइवर राकेश के पास भी अपनी वजह थी. प्रोफेसर की पत्नी पिंकी की वजह से उसकी नौकरी चली गई थी और उसे घर भी छोड़ना पड़ा था. वो पिछले तीन सालों से प्रोफेसर के घर रह रहा था. राकेश ने पुलिस को बताया कि तीन साल पहले वह टैक्सी चलाया करता था और इसी दौरान उसकी मुलाकात वीरेंद्र से हुई थी जो कि एक कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं. राकेश ने बताया कि वीरेंद्र उसे अपना छोटे भाई मानते थे. उसे अपनी एक वैगनआर भी दी जो वो चलाता था और साथ ही वीरेंद्र ने अपने घर के छत पर बने एक कमरे में राकेश को रहने के लिए जगह भी दे दी. जिसका वो किराया तक नहीं लेते थे. जिसमें वो अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहता था.
ड्राइवर राकेश प्रोफेसर वीरेंद्र के घर पर रहता था
राकेश ने यह भी पुलिस को बताया कि वीरेंद्र उन्हें हर महीने तनख्वाह नहीं देते थे और कहते थे जब भी जरूरत हो एक साथ पैसे ले लेना. पिछले साल फरवरी में वीरेंद्र की पिंकी से शादी हो गई. वीरेंद्र के मुताबिक पिंकी जब घर आई तो उसने वीरेंद्र से राकेश को घर से बाहर निकालने के लिए कहा, इस मुद्दे पर राकेश और पिंकी के बीच बहस हो गई. राकेश के मुताबिक वह बेरोजगार हो गया था और उसे अपने परिवार को शिफ्ट भी करना था इसीलिए पिंकी के लिए उसके मन में बेहद गुस्सा भर गया था और बदला लेने की नीयत से उसने पिंकी की हत्या कर दी.
बदले की भावना से महिला को मौत के घाट उतारा
पुलिस के मुताबिक आरोपी ने पहले तो पिंकी की गला दबाकर हत्या की. इसके बाद उसे करंट भी लगाया. जिससे यह पता चल सके कि वो जिंदा तो नहीं है. हत्या के समय वीरेंद्र के पिता भी घर पर मौजूद थे. अधिक उम्र होने की वजह से वो न तो चल पाते हैं और उन्हें सुनाई भी बहुत कम देता है. पुलिस के मुताबिक शुरुआती पूछताछ में राकेश ने किसी का भी नाम नहीं लिया था. लेकिन पुलिस को मौके से जो सुराग मिले और इसके बाद आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जब पुलिस ने जांच की तो उसमें राकेश के साथ वीरेंद्र और गोविंद नजर आए. इसके बाद पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की तो सब ने अपना गुनाह कबूल लिया.
तीनों ने मिलकर हत्या की साजिश रची वारदात को अंजाम राकेश ने दिया
पुलिस का कहना है कि कल यानी मंगलवार की साजिश तीनों ने मिलकर रची लेकिन कत्ल की वारदात को अंजाम राकेश ने अकेले दिया. जिस वक्त राकेश पिंकी की हत्या कर रहा था उस वक्त गोविंद घर के दरवाजे पर खड़ा होकर इस बात की नजर रख रहा था कि कहीं कोई आ तो नहीं रहा है, वहीं वीरेंद्र जानबूझकर अपनी मां को लेकर हॉस्पिटल चला गया था ताकि वह शक के दायरे से बिल्कुल बाहर रहे.
ऐसे पकड़ा गया था हत्या का आरोपी राकेश
दरअसल इस पूरे मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब बुराड़ी थाने में तैनात हवलदार भीम पेट्रिलिंग ड्यूटी पर थे. जब भीम 100 फूटा रोड पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि सड़क के किनारे एक शख्स बेहद परेशान और बदहवास हालत में बैठा हुआ है. कॉन्स्टेबल भीम तुरंत उस शख्स के पास पहुंचे तो उसने अपना नाम राकेश बताया और जब भीम ने उससे पूछा कि आखिर इतना परेशान क्यों है तो राकेश ने बताया कि उसने अपनी भाभी पिंकी की हत्या कर दी है.
महिला की लाश बेड पर पड़ी हुई थी
भीम तुरंत राकेश को लेकर उसके घर पर पहुंचे और वहां उन्होंने देखा कि एक महिला की लाश बेड पर पड़ी हुई है. भीम ने तुरंत थाने में बड़े अधिकारियों को इस कत्ल की जानकारी दी जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में हत्या का केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.